मनीष बनकर मिला इमरान, नौकरी का झांसा और बैंक अकाउंट का दुरुपयोग कर ठगी की

दो मोबाइल, पांच सिम कार्ड, एक मेमोरी कार्ड 9 एटीएम आदि जब्त
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। नौकरी का झांसा देकर और बैंक अकाउंट का दुरुपयोग कर ठगी करने वाले ठगोरे को माधवनगर पुलिस ने पकड़ा है। उसके पास से 2 मोबाइल, 5 सिम कार्ड, 1 मेमोरी कार्ड, अलग-अलग बैंकों के 9 एटीएम कार्ड,बैंक डिटेल्स एवं फर्जी आईडी जब्त किए गए हैं। फिलहाल उससे पूछताछ जारी है।
पुलिस ने बताया मंगलवार को आवेदक गौरीशंकर पिता शिवनारायण पटेल (32) निवासी ग्राम टकवासा, थाना चिंतामण गणेश ने माधवनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि इमरान नाम के शख्स ने खुद को मनीष शर्मा बताते हुए एक कलेक्शन एजेंसी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उसने विश्वास में लेकर आईडीएफसी, इंडसइंड और आईसीआईसीआई बैंक में अकाउंट खुलवाए और उनके एटीएम कार्ड और पिन नंबर अपने कब्जे में लेकर आवेदक के खातों में अज्ञात स्रोतों से रुपए डलवाकर फर्जी लेनदेन करने लगा। इमरान उर्फ मनीष शर्मा ने 8 लाख रुपए से अधिक की राशि उसके खातों में ट्रांसफर करवाई और एटीएम व यूपीआई के माध्यम से निकाल ली।
जब उसे शक हुआ तो इमरान धमकाने लगा जिसके बाद माधवनगर थाने में शिकायत की। प्रकरण दर्ज होने पुलिस की विशेष टीम बनाई गई। इसी बीच पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि इमरान उर्फ मनीष शर्मा रोज इंदौर से उज्जैन बस से आता-जाता है और आज भी किसी व्यक्ति से रुपए लेने आ रहा है। इसके बाद पुलिस ने निनौरा नाके पर चैकिंग लगाई। कुछ देर बार एक बस में संदिग्ध नजर आया जिससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम मोहम्मद इमरान उर्फ मनीष शर्मा पिता मो. सलीम (32) निवासी कोटड़ी जमाल चौक, कोटा (राजस्थान) बताया। शक होने पर उसे थाने लाकर पूछताछ की गई जिसमें उसने नौकरी का झांसा देकर ठगी करना स्वीकार किया।
ठगोरे से यह जब्त हुआ
पुलिस ने ठगोरे इमरान के पास से २ मोबाइल, 5 सिम कार्ड, 1 मेमोरी कार्ड, अलग-अलग बैंकों के ९ एटीएम कार्ड, अन्य दस्तावेज जिनमें बैंक डिटेल्स एवं फर्जी आईडी शामिल है, जब्त किए। आरोपी से ठगी में प्रयुक्त बैंक अकाउंट और धनराशि के स्रोत के संबंध में पूछताछ की जा रही है। साथ ही उसके अन्य साथियों के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
अन्य लोगों को भी ठगा
ठगोरे ने ऐसे कई अन्य लोगों के खाते खुलवाकर फर्जी लेनदेन किए हैं जिसके बाद में भी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी अज्ञात व्यक्ति के बहकावे में आकर अपने बैंक खाते या एटीएम कार्ड किसी को न दें, ऐसा करना अपराधियों को मौका देना है।
किडनेपिंग और दुष्कर्म के केस में तीन साल से था फरार, गुजरात के मोरबी से मुख्य आरोपी गिरफ्तार

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। नाबालिग बालिका की किडनेपिंग और दुष्कर्म करने के मामले में फरार मुख्य आरोपी को तराना पुलिस ने गुजरात के मोरबी से गिरफ्तार किया है। एक आरोपी को पहले से ही जेल में है।
मामला वर्ष 2022 का है। उस दौरान ग्राम बड़ी तिलावद में रहने वाली फरियादी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उनकी नाबालिग बेटी को अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर ले गया है। इसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए रवाना किया। सायबर सेल की मदद से 158 जून २०२२ को अपहृर्ता को मोरबी (गुजरात) से दस्तयाब किया। अपराध में जांच के दौरान 366, 376 (2) एन 354 (क),506,34 भादवि 5(एल) 6,7/8 पास्को एक्ट बढ़ाई गई। इसके बाद गिरफ्त में आए आरोपी विजेंद्र पिता ईश्वर सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया, जबकि घटना का मुख्य आरोपी संजय पिता देवीसिंह राजपूत (27) निवासी ग्राम बड़ी तिलावद फरार था जिसे पुलिस टीम ने मोरबी से पकड़ा है। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।









