अब उज्जैन में हरकत…
आक्रोशित समाजजन थाने पहुंचे, दूसरे पक्ष के लोग एकत्रित हुए
उज्जैन। सभ्य समाज के लिए यह आक्रोशित और झकझोरने वाली खबर है कि जैन साधु-संतों और साध्वियों लगातार हमले हो रहे हैं। एक घटना होने के बाद आरोपी जेल जाते हैं और दूसरी वारदात सामने आ जाती है। पिछले एक पखवाड़े में ही मप्र में तीन घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जैन संतों पर आस्था रखने वाले अभी इन घटनाओं को भूले भी नहीं थे कि चौथी घटना कल रात उज्जैन में घटी।
समझाइश पर साध्वियों को धमकाया
अरविंद नगर में जैन समाज का समता भवन स्थानक है जहां समाज के साधु-साध्वी ठहरते हैं। वर्तमान में यहां साध्वी प्रज्ञा म.सा., साध्वी प्रेक्षा म.सा., साध्वी प्रणति म.सा., साध्वी प्रशस्ति म.सा. ठहरी हैं। साध्वी प्रज्ञा म.सा. ने बताया कि सोमवार शाम भोजन के बाद समता भवन के बाहर स्थित गार्डन के पास अपने-अपने पात्र धो रहे थे तभी दो मोटर साइकिल पर चार लोग यहां आए। उन्होंने कहा कि आप लोग इस प्रकार बर्तन नहीं धो सकते, गंदगी कर रहे हैं, हम लोग मछली खाते हैं उसकी गंदगी फेकेंगे। साध्वी प्रज्ञा म.सा. ने बताया कि उक्त लोगों की आपत्ति पर हमने माफी मांगी और आगे से गंदगी न करने की बात भी कही थी।
सुबह उठकर देखा कांच के टुकड़े बिखरे थे
साध्वी प्रज्ञा म.सा. ने बताया कि रात को कांच फूटने की आवाज सुनी। समझ नहीं आया कि खिड़की का कांच फूटा है। स्थानक में सो रही अन्य साध्वियों को आवाज देकर जगाया और कहा कि कहीं कोई जानवर तो नहीं घुस गया। इसके बाद वह सो गईं। सुबह नींद से जागीं तो देखा गेट के पास कांच के टुकड़े बिखरे पड़े थे।
कोषाध्यक्ष को रात 1.30 बजे मोबाइल पर कहे अपशब्द
स्थानक ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विनीत कुमार सूर्या ने बताया कि स्थानक में ठहरीं साध्वियों से अपनी आपत्ति दर्ज कराने के बाद स्थानक से तीन मकान पूर्व रहने वाले विजय चौरसिया ने रात 1.30 बजे उन्हें मोबाइल पर कॉल किया और बोला कि आपकी स्थानक में जो साध्वी लोग ठहरी हैं उन्होंने बगीचे के बाहर पानी फेंका। विजय चौरसिया ने मोबाइल पर अपशब्द कहे। विनीत सूर्या ने उन्हें समझाया कि आगे से ऐसा नहीं होगा।
समाजजन शिकायत लेकर थाने पहुंचे
देर रात स्थानक की खिड़की पर पत्थर फेंककर कांच फोड़ने की घटना समाजजनों को पता चली तो कोषाध्यक्ष विनीत सूर्या सहित संजय पारेचा, अमृत आंचलिया, संजय सूर्या, प्रकाशचंद बोथरा सहित अनेक समाजजन एकत्रित होकर चिमनगंज थाने शिकायत लेकर पहुंचे। समाजजनों का कहना था कि रात के समय साध्वियां स्थानक में अकेली थीं। इस प्रकार की घटना से उनकी सुरक्षा को खतरा रहता है साथ ही भय व्याप्त होता है। विजय चौरसिया द्वारा की गई हरकत पर केस दर्ज कराएंगे।
खिड़की के कांच फोड़े
कोषाध्यक्ष विनीत सूर्या को कॉल करने के बाद विजय चौरसिया समता स्थानक की दूसरी मंजिल स्थित खिड़की के कांच पर पत्थर मार दिया। कांच के टुकड़े जमीन पर आकर गिरे जिससे साध्वी प्रज्ञा म.सा. नींद से जागीं। उन्होंने अन्य साध्वियों को आवाज देकर जगाया।
समाज में आक्रोश, सख्ती की मांग
यह घटना घोर निंदनीय है
समाजसेवी विनीत सूर्या ने कहा कि साध्वियों से की गई अभद्रता घोर निंदनीय है। आरोपी के खिलाफ पुलिस प्रशासन सख्त कार्रवाई करे। इस प्रकार की घटनाएं लगातार घट रही हैं। प्रशासन को कड़ा निर्णय लेने की जरूरत है। जैन संत सभी के लिए पूजनीय हैं।
सख्त फैसला जरूरी
समाजसेवी संजय बाफना ने कहा कि अब प्रशासन को सख्त निर्णय ले लेना चाहिए। आखिर जैन साधु-संतों ने किसी का क्या बिगाड़ा है। वे अपनी तपस्या में लीन रहते हैं। सुख, वैभव, विलासिता से दूर मोक्ष की कामना करते हैं। समाज में रहने वाले कुछ लोग उनके साथ कायराना हरकत रहे हैं। यह बर्दाश्त योग्य नहीं है।
जल्द कार्रवाई करें
समाजसेवी प्रकाश बोथरा ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं लगातार हो रही हैं। सकल जैन समाज इसकी निंदा करता है। पुलिस प्रशासन को कार्रवाई करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी समाज इस मामले में एकजुट हैं। जैन संतों के प्रति सभी में श्रद्धा है। इसलिए पुलिस कड़ी कार्रवाई करे।
मालवा क्षेत्र में चौथी घटना
पहली घटना- नीमच के सिंगोली थाना क्षेत्र में उस समय हुई जब शैलेष मुनि बलभद्र मुनि, मुनींद्र मुनि जैन संत कचला गांव के बालाजी मंदिर में विश्राम कर रहे थे। तब शराबियों ने उनसे पैसे मांगे। नहीं देने पर लाठी, डंडों से बुरी तरह पीटा। संतों ने इलाज नहीं कराया। वे दर्द सहते रहे। गुस्साए जैन समाज ने नीमच बंद का आह्वान किया था।
दूसरी घटना- साध्वी हितदर्शना श्री ट्राइसिकल से रतलाम हाई-वे पर विहार कर रही थीं तब रास्ते में कार से उन्हें टक्कर मार दी। उनके साथ साध्वी चारुदत्ता श्रीजी भी थीं। सेवादार लक्ष्मी भी इस हादसे में घायल हुईं। खूब हंगामा हुआ तब रतलाम पुलिस ने आरोपी आलमी और आरिफ को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
तीसरा घटना – जैन साध्वी उन्हेल होते हुए नागदा के लिए विहार कर रही थीं। उनके साथ सेवादार उमेश पिता अशोक जैन भी थे। कार चालक दौलतपुर, सोनकच्छ के पप्पू ठाकुर और नरेंद्र सिंह ने रास्ते में रोक लिया और सोने की चेन लूट ली। पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।