ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन के लिए अभी करना होगा इंतजार

By AV NEWS

उज्जैन में अभी मैन्युअली टेस्ट के बाद ही फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किए जाएंगे

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की अधिसूचना के अनुपालन में प्रदेश के तीन शहरों में वाहनों की फिटनेस ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन प्रारंभ की है। इस सुविधा के लिए उज्जैन को अभी इंतजार करना होगा। ऐसे में अभी मैन्युअली टेस्ट के बाद ही फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किए जाएंगे।

वाहनों की फिटनेस की व्यवस्था में बदलाव हो गया है। चार शहरों इंदौर, भोपाल, ग्वालियर ओर उज्जैन में आरटीओ के बजाय ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) पर सुविधा मिलेगी। यह पहली बार है, जब प्रदेश में वाहनों की फिटनेस निजी हाथों में दी गई है। एटीएस के आदेश जारी होने के साथ ही तीनों आरटीओ कार्यालयों में फिटनेस व्यवस्था बंद कर दी गई है।

प्रदेश सरकार ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की अधिसूचना के अनुपालन में यह व्यवस्था लागू की गई है। बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा की गई सड़क हादसों की समीक्षा में ज्यादातर हादसे खटारा वाहनों के कारण होना पाया गया था। इन वाहनों से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा था। 2018 में योजना बनाई गई थी कि देश में सभी कमर्शियल वाहनों का फिटनेस टेस्ट मैन्युअली करने के बजाए ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशनों (एटीएस) के माध्यम से किया जाए। परिवहन कार्यालय से फिटनेस सर्टिफिकेट जारी नहीं होंगे। नई व्यवस्था में वाहनों की फिटनेस की जांच सेंसर युक्त मशीनों से होगी। ऐसे में दावा किया गया है कि वही वाहन फिटनेस टेस्ट में पास होंगे, जो पूरी तरह से फिट हैं।

एजेंसी तय नहीं

उज्जैन में वाहनों की फिटनेस टेस्टिंग ऑटोमेटेड सिस्टम के बजाय मैन्युअली होगी। अभी आरटीओ में टैबलेट से वाहनों के फोटो खींचकर सर्वर पर अपलोड किए जाते थे। इन्हीं के आधार पर फिटनेस जारी कर दी जाती है। ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन के लिए एजेंसी तय नहीं होने तक यही व्यवस्था रहने वाली है।

ऐसे काम करता है ऑटोमेटेड

ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन में वाहनों की फिटनेस मैन्युअली के बजाय ऑटोमेटेड सिस्टम से होगी। इसमें एक ट्रेक से वाहनों को गुजारा जाएगा। ट्रेक पर चलने के दौरान वाहन के बाहरी हिस्सों से लेकर आंतरिक पुर्जों तक का परीक्षण सिस्टम खुद करेगा और किसी प्रकार की कमी सामने आने पर वाहन को अनफिट घोषित कर देगा। इससे फिट वाहन ही सड़कों पर चल सकेंगे। फिटनेस में पारदर्शिता आएगी और खटारा वाहन सड़कों पर नहीं चल सकेंगे।

प्रक्रिया जारी है

वाहनों की फिटनेस के ऑटोमेटिक टेस्टिंग स्टेशन के लिए मुख्यालय स्तर पर प्रक्रिया जारी है। एजेंसी तय होने के बाद उज्जैन में टेस्टिंग स्टेशन प्रारंभ होगा,तब तक मैन्युअली टेस्टिंग होगी। आरटीओ से ही फिटनेस जारी की जाएगी। – संतोष मालवीय क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी उज्जैन।

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