इंदौर मेट्रो के ट्रायल रन के लिए 17 किमी की पैंथर लाइन तैयार
बिजली कंपनी ने चौदह मीटर ऊंचे खंभों पर डाली 33 केवी की लाइन….
आसपास की पचास कॉलोनियों को भी मिलेगी निर्बाध बिजलीअक्षरविश्व न्यूज.इंदौर।मेट्रो प्रोजेक्ट का काम जहां लगातार अच्छी गति से चल रहा है, वहीं साढ़े 5 किमी के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ट्रायल रन की तैयारी जोर-शोर से जारी है। इंदौर की बिजली कंपनी ने मेट्रो को बिजली उपलब्ध करवाने के लिए अत्याधुनिक पैंथर बिजली लाइन स्थापित की है, जो इंदौर-उज्जैन रोड पर 17 किमी लंबाई में है।
इससे जहां मेट्रो के प्रस्तावित ट्रायल रन को किया जा सकेगा, वहीं अरविंदो क्षेत्र और उससे जुड़़े उद्योगों और 50 से अधिक कॉलोनियों को भी निर्बाध बिजली मिलेगी। 14 मीटर ऊंचे खंभों पर 33 किलोवॉट की यह पैंथर लाइन डाली है, जिस पर लगभग 17 करोड़ रुपए खर्च भी हुए हैं। मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया इस अत्याधुनिक लाइन के लिए स्थानीय विधायक व जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मांग की थी।
मंत्री सिलावट की पहल पर 17 करोड़ रुपए के कार्य की तत्काल मंजूरी देकर समय पर गुणवत्ता के साथ लाइन का काम पूर्ण कर दिया गया है। तोमर ने बताया कि उज्जैन रोड स्थित जैतपुरा (धरमपुरी) के अति उच्च दाब पावर ग्रिड से 33 के.वी. की पैंथर लाइन 14 मीटर ऊंचे पोल पर लाई गई हैं। यह पैंथर लाइन जैतपुरा से टीसीएस चौराहे तक स्थापित की गई है।
प्रबंध निदेशक के अनुसार इन लाइन से उज्जैन रोड के लगभग 12 किमी हिस्से के अलावा अरविंदो अस्पताल क्षेत्र, बरदरी क्षेत्र व अन्य औद्योगिक इकाइयों, टीसीएस, इन्फोसिस व अन्य आईटी कंपनियों, 50 कॉलोनियों को उच्च गुणवत्ता के साथ निर्बाध विद्युत प्रदाय होगा। प्रबंध निदेशक ने बताया कि इस लाइन में मेट्रो का विशेष ध्यान रखा गया है।
मेट्रो के लिए पृथक बिजली स्टेशन बनने तक इसी लाइन से कनेक्टिविटी प्रदान की जा सकेगी। प्रबंध निदेशक तोमर ने बताया कि इस पैंथर लाइन की पारेषण क्षमता परंपरागत बिजली लाइन से लगभग दोगुनी होती है। इस तरह इस लाइन से आगामी 10 सालों की बिजली वितरण व्यवस्था आसानी से संचालित की जा सकेगी।