सीएम डॉ. मोहन यादव की पहल:उज्जैन-इंदौर के बीच बनेगा एयरपोर्ट

By AV News 4

उज्जैन जिला प्रशासन तलाश रहा जमीन और एयरपोर्ट की संभावना…

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन. श्री महाकाल लोक बनने के बाद बड़ी संख्या में उज्जैन आ रहे श्रद्धालुओं की सुविधा में एक और इजाफा करने की तैयारी मध्यप्रदेश सरकार कर रही है। सीएम डॉ. मोहन यादव की पहल पर उज्जैन-इंदौर के बीच एयरपोर्ट बनाने की संभावना पर तेजी से काम चल रहा है। प्रदेश का नागरिक उड्डयन विभाग इस संबंध में केंद्रीय नागरिक उड्डयन विभाग के संपर्क में है। दोनों शहरों के बीच एयरपोर्ट की संभावना तलाशी जा रही है। उज्जैन में श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु आते हैं।

यह यात्री बस, ट्रेन, निजी वाहन और टैक्सी का प्रयोग करते हैं। हवाई मार्ग से आनेवाले यात्रियों को इंदौर एयरपोर्ट पर उतरना पड़ता है। अक्सर यह यात्री उज्जैन के बजाय स्टे इंदौर में करते हैं। ऐसे में उज्जैन को वह फायदा नहीं मिलता, जो मिलना चाहिए।

सीएम डॉ. मोहन यादव उज्जैन की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। इसमें भी उन्हें सबसे ज्यादा संभावना धार्मिक पर्यटन में दिखती है। ऐसे में वह एलीट क्लास के लिए हर सुविधा उज्जैन में उपलब्ध कराने पर फोकस कर रहे हैं। वह उज्जैन को एयर रूट से जोडऩा चाहते हैं, इसके लिए वह उज्जैन में एयरपोर्ट की संभावना तलाश रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए हैं।

दताना-मताना हवाई पट्टी से ज्यादा लाभ नहीं
अभी उज्जैन के दताना-मताना में हवाईपट्टी है। इसपर छोटे विमान ही उतर सकते हैं। इसका व्यवसायिक उपयेाग नहीं हो सकता है। ऐसे में एयरपोर्ट की योजना पर काम किया जा रहा है।

2 हजार एकड़ जमीन की जरूरत

एयरपोर्ट के लिए 2 हजार एकड़ जमीन की जरूरत है। यह जमीन इंदौर-उज्जैन के बीच तलाशी जा रही है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट के लिए २ हजार एकड़ जमीन की आवश्यकता है। दोनों जिलों में इसे तलाशा जा रहा है। हो सकता है कि आधी जमीन उज्जैन में हो और आधी इंदौर में। हर संभावना पर काम हो रहा है।

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