ITI के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण मार्च 2021 में होना था, ढाई साल देरी, फिर भी काम अधूरा

तकनीकी ज्ञान के लिए सुखद भविष्य की नींव रखने में लेटलतीफी
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27.80 करोड़ रुपए की बिल्डिंग में औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे छात्र….
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए मक्सी रोड रेलवे ब्रिज के पास बनने वाले नए आईटीआई भवन का लोकार्पण होने में ढाई साल की देरी हो गई है। यह भवन मार्च 2021 में बनकर तैयार होने वाला था, लेकिन अगस्त 2023 बीतने में कुछ दिन शेष है, अब तक निर्माण अधूरा पड़ा है। हालांकि अब रंगाई-पुताई और बाउंड्रीवाल का काम शेष बताया जा रहा है और सितंबर तक निर्माण पूरा कर इसे आईटीआई को सौंपने का दावा किया जा रहा है।
औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए इस नए भवन में पांच नए ट्रेड भी शुरू होंगे जो छात्रों को हुनरमंद बनाएंगे। आईटीआई प्रशासन भी इंतजार में है कि कब यह भवन उन्हें हैंडओवर होगा ताकि छात्रों को सुविधाजनक और आधुनिक वर्कशॉप में औद्योगिक प्रशिक्षण मिल सकें।
कक्षा 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद विद्यार्थी व्यावसायिक तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकें, इसके लिए भारत सरकार के निर्देश पर संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान को और अधिक सुविधाजन और सक्षम बनाने के लिए नवनिर्माण कराया गया है।
निर्माण एजेंसी हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों का दावा है कि बिल्डिंग का निर्माण 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है। केवल बाउंड्रीवाल और सफाई शेष है जो एक सप्ताह से भी कम समय में पूर्ण कर ली जाएगी। अधिकारियों ने यह भी दावा किया है कि बिल्डिंग का वर्कशॉप और कक्षाएं आईटीआई को हैंडओवर की जा चुकी हैं। हालांकि आईटीआई के प्राचार्य का कहना है कि वे बिल्डिंग उन्हें हैंडओवर नहीं हुई है। जैसे ही हाउसिंग बोर्ड निर्माण पूर्ण कर बिल्डिंग हैंडओवर करेगी उसके बाद ही संस्थान लोकार्पण कार्यक्रम के लिए तैयार हो पाएगा।
क्यों हुई लेटलतीफी
हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि निर्माण कार्य में देरी के कुछ कारण रहे हैं जो वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में हैं। सबसे पहले भवन के भूमिपूजन के बाद पता चला कि पीएचई की पाइप लाइन इसके नीचे से होकर गुजर रही है। पानी की पाइप लाइन शिफ्ट कराने में 6-7 महीने देरी हो गई। इसके बाद काम शुरू किया था कि कोरोनाकाल सामने आ गया और टोटल 70 दिन काम बंद रहा। अपितु अनुबंध के अनुसार मार्च 2021 तक यह प्रोजेक्ट पूरा कर लिया जाता।
दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए छात्रावास
आईटीआई कैंपस में नए भवन के साथ ही दो छात्रावास भी बनाए हैं। एक बालिका छात्रावास जिसमें 60 छात्राओं के लिए आवासीय व्यवस्था होगी। इसके अलावा दूसरा छात्रावास दिव्यांग छात्रों के लिए होगा जिसमें 50 दिव्यांग छात्रों के आवास की व्यवस्था होगी।
पांच नए ट्रेड भी शुरू होंगे
27.80 करोड़ की लागत से संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (आईटीआई) का नया भवन बनकर लगभग तैयार खड़ा है। इसमें आईटीआई के सभी ट्रेड के लिए अलग-अलग कक्षाएं होंगी। 4 वर्कशॉप होंगे जिसमें छात्र प्रैक्टिकल भी कर सकेंगे। पुराने ट्रेड के अलावा पांच नए ट्रेड- ड्राफ्ट्समैन सिविल, मेशन, कारपेंटर, जनरल पेंटर और प्लंबर का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस ट्रेड में विद्यार्थी नक्शे बनाना, फर्नीचर बनाना, पेंङ्क्षटग करना भी तकनीकी रूप से सीख पाएंगे। नए ट्रेड खोलने से सीटों की संख्या भी बढ़ जाएंगी।
काम शुरू होने पर पीएचई लाइन और फिर कोरोना के लॉकडाउन के कारण देरी हुई, लेकिन 99 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुका है। वर्कशॉप और बिल्डिंग का कुछ हिस्सा आईटीआई को सौंप भी दिया है। संभवत: इसी माह संपूर्ण बिल्डिंग और परिसर हैंडओवर कर दिया जाएगा।
केएस राठौर, एई, हाउसिंग बोर्ड
आईटीआई प्रशासन को बिल्डिंग अभी हैंडओवर नहीं हुई है कईं कार्य अभी शेष हैं। उम्मीद है कि इसी माह नया भवन हाउसिंग बोर्ड द्वारा संस्थान को सौंपा जाएगा। यदि 31 अगस्त तक भी बिल्डिंग सौंप दी जाती है तो संभवत: सितंबर के पहले-दूसरे सप्ताह में लोकार्पण कार्यक्रम रखा जाएगा।
के एल सुनहरे, प्राचार्य आईटीआई










