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जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशन डी 6 का खुलासा

धमाके के बने थे दो बड़े प्लान

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मिस्टर प्लानर, मिस्टर कोऑर्डिनेटर, मिस्टर कोऑर्डिनेटर और मैडम सर्जन ने दिया साजिश को अंजाम

नईदिल्ली, एजेंसी। लालकिला के समीप कार में हुए धमाका मामले की जांच में जुटी एजेंसियों ने जैश-ए-मोहम्मद द्वारा तैयार किए गए ‘ऑपरेशन डी-6’ का खुलासा किया है। इसके तहत पहले प्लान के तहत दिल्ली सहित कई अन्य शहरों में सीरियल धमाका कर बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की तैयारी थी, जबकि दूसरे प्लान के तहत लालकिला के पास हाई-इंटेसिटी फिदायीन धमाका करने की तैयारी थी। अंतत: इसी दूसरे नापाक प्लान को अंजाम दिया गया। खास बात यह है कि जैश समर्थित डॉक्टरों के इस मॉड्यूल की तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि जांच में मॉडयूल में मिस्टर मेडिसिन, मिस्टर कॉऑर्डिनेटर, मिस्टर प्लानर और मैडम सर्जन प्रमुख सदस्य थे।

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मॉड्यूल का बॉस था जैश-ए-मोहम्मद का वह हैंडलर, जिससे इनकी तुर्कीये में मुलाकात हुई थी। बॉस व मॉड्यूल के बीच की कड़ी का काम संभालता था मिस्टर प्लानर। मॉड्यूल के इन चारों सदस्यों को इन कोड के जरिये ही अन्य लोग जानते थे। इस कोड के नाम पर ही विभिन्न चैट प्लेटफॉर्म पर संभवत: आपस में संवाद भी होता था। इसलिए इन सभी के डिवाइस की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है।
मेडिसिन, ऑपरेशन का ज्यादा इस्तेमाल – जांच में सामने आया है कि बातचीत में मेडिसिन और ऑपरेशन शब्द का इस्तेमाल बार-बार किया गया है। एजेंसियों को शक है कि संदिग्धों के कोडनेम के साथ इससे जुड़ी साजिश के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल ताकि शक न हो।

दिल्ली धमाके से पहले बनाया वीडियो

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आतंकियों की ड्रोन हमला करने की साजिश थी…

दिल्ली में लाल किला के पास आत्मघाती हमला करने वाले आतंकी डॉ. उमर का नया वीडियो सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो आतंकी ने ब्लास्ट से पहले बनाया था। इसमें वह आत्मघाती हमले को लेकर बात रख रहा है। इससे माना जा रहा है कि वह फिदायीन हमला पहले से प्लान कर रहा था।

वीडियो में उमर टूटी-फूटी अंग्रेजी में बात कर रहा है। उसने कहा- एक बात जो नहीं समझी गई कि यह शहीद होने के लिए ऑपरेशन (मार्टरडम ऑपरेशन) है, न कि सुसाइड हमला। इसको लेकर कई विरोधाभास हैं। दरअसल मार्टरडम ऑपरेशन के लिए माना जाता है कि कोई व्यक्ति निश्चित रूप से किसी जगह पर निश्चित समय पर जान देता है। दरअसल, डॉ. उमर ने ही दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुंडई आई-20 कार से आत्मघाती धमाका किया था। इस धमाके में 15 की मौत, 20 से ज्यादा घायल हुए थे। मामले में अब तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, इसमें से 6 डॉक्टर है। जांच एजेंसियां इस मॉड्यूल के बाकी सदस्यों और तकनीकी सपोर्ट नेटवर्क की पहचान में जुटी हैं।

किस संदिग्ध ने क्या कोड नेम रखा था…

मिस्टर प्लानर जैश की इस साजिश में मिस्टर प्लानर के रूप में इस मॉड्यूल का सदस्य डॉ. मुजफ्फर राथर अपनी भूमिका निभा रहा था। वह इसी साल अगस्त में भारत से फरार होकर दुबई, तुर्कीये व पाकिस्तान होते हुए अफगानिस्तान पहुंचा था। डॉ. मुजफ्फर राथर ही इस मॉड्यूल के सारे ऑपरेशन की साजिश रचता था।

मिस्टर कोऑर्डिनेटर
तफ्तीश में सामने आया है कि इस साजिश में मिस्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में था डॉ. मुजम्मिल। मुजम्मिल फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था और पिछले तीन साल से ज्यादा समय से यहां रह रहा था। मॉडयूल के संदिग्धों के बीच कोऑर्डिनेशन का काम यही करता था।

मिस्टर मेडिसिन
अब तक जिन चार डॉक्टरों के नाम सामने आए हैं उनमें से फिदायीन डॉ. उमर को मिस्टर मेडिसिन का नाम दिया गया था। क्योंकि उमर हरियाणा के फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर था और वही लोगों को फिदायीन बनाने के लिए ब्रेनवॉश करता था।

मैडम सर्जन
डॉ. शाहीन को ‘मैडम सर्जन’ के नाम से बुलाते थे। उसके व्हाट्सएप डेटा को खंगालने पर पता चला कि दो मोबाइल नंबरों से उसे सबसे ज्यादा मैसेज और कॉल आते थे। दोनों नंबरों पर न प्रोफाइल फोटो है, न ही किसी की पहचान। इन नंबरों को शाहीन ने मैडम एक्स और मैडम जेड के नाम से सेव कर रखा था।

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