अब निगमायुक्त एक्शन मूड में: अवैध निर्माण करने वालों की खैर नहीं, हर हालत में खदेडेंग़े
अब तक बड़ी रकम कमा चुके थे अतिक्रमण करने वाले
नगर निगम गैंग को नजर नहीं आया इतना बड़ा अतिक्रमण
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। सिंहस्थ क्षेत्र की भूमि पर 2016 से ही अतिक्रमण हो रहा था। नगर निगम की गैंग ने ध्यान नहीं दिया, अतिक्रमण बढ़ता गया। आखिर कब तक? अतिक्रमण तो अतिक्रमण ही होता है। अंतत: नगर निगम आयुक्त एक्शन मूड में आए और टीम बना कर अतिक्रमण करने वालों के हौसले पस्त कर दिए। अतिक्रमण हटाने वाली गैंग को सख्त निर्देश थे कि कोताही नहीं बरतना है। अतिक्रमण हर हाल में हटाना ही है। 2 पोकलेन, 5 जेसीबी, 5 डंपर, एक क्रेन और दो फायर फाइटर की मदद ली गई। नाका नंबर ५ से खाक चौक क्षेत्र तक कार्रवाई की। निगम की अतिक्रमण रिमूवल टीम ने टीनशेड से बनी 45 दुकानों को जेसीबी से ध्वस्त किया। बनाने वालों ने यहां गोडाउन, कार वाशिंग सेंटर, कार गैरेज और अन्य दुकानें बना ली थीं। क्षेत्र में एक मैरिज गार्डन भी है। कोर्ट के स्टे होने से मैरिज गार्डन पर अभी कार्रवाई नहीं हो पाई है। स्टे की अवधि खत्म होने के बाद इस गार्डन पर भी बुलडोजर चलेगा।
उन्हें पता था कि यह अतिक्रमण है
अतिक्रमण करने वालों को पता रहता है कि जिस जमीन पर दुकान लगाई जा रही है वह जमीन उनकी नहीं है। यही कारण है कि दुकानें पक्की नहीं बनवाई गई। अधिकारियों ने कहा कि अतिक्रमण करने वालों की यह चालाकी अब नहीं चलने वाली है। चुन-चुन कर अतिक्रमण हटाया जाएगा। जब नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटा रही थी तब कुछ दुकानदारों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। उन्हें अफसरों की ओर से जवाब मिला कि क्या यह जमीन आपकी है, इसकी रजिस्ट्री है? किसी के पास जवाब नहीं था। दुकानदारों ने कहा कि हमारे सामान में टूटफूट हो गई है। इसका नुकसान कौन भरेगा? अधिकारियों ने कहा, क्या हम लोगों से पूछ कर दुकानें बनाई थीं?
निगमायुक्त पाठक ने कहा
एक माह पहले ही मुनादी करवा दी गई थी। अतिक्रमण करने वालों को नोटिस दिए जा चुके थे। इसके बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया। सिंहस्थ की भूमि पर किया गया अतिक्रमण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन और नगर निगम की टीम ने मिल कर अतिक्रमण हटा दिया है। इसमें पुलिस विभाग का भी सहयोग मिला। आयुक्त ने अन्य अतिक्रामकों को चेताया कि वे शासकीय जमीन से अपना सामान हटा लें। नगर निगम की टीम का बुलडोजर तैयार है।
मंगलनाथ मार्ग का अतिक्रमण हटाने की जरूरत
नगर निगम और प्रशासन की टीम ने मकोडिय़ाआम से खाक चौक तक अतिक्रमण हटाया है। लोगों का कहना है खाक चौक से मंगलनाथ मार्ग के बीच भी कई लोगों ने सिंहस्थ की भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है। सांदीपनि आश्रम के सामने से तो निकलने की जगह नहीं मिलती है। यहां अतिक्रमण के अलावा ई-रिक्शा और अन्य वाहनों के ठंसने से कई बार जाम की नौबत आती है। इस इलाके का अतिक्रमण भी हटना जरूरी है।