कार्तिक पूर्णिमा…सुबह लगेगी आस्था की डुबकी, शाम को होगा दीपदान

रामघाट और दत्तअखाड़ा पर 11 चैंजिंग रूम और 6 केनोपी गहराई बताने के लिए लगाए संकेतक, नहीं बदला पानी
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अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। कार्तिक पूर्णिमा पर शुक्रवार को श्रद्धालु मोक्षदायिनी शिप्रा में आस्था की डुबकी लगाएंगे। शाम को महिलाएं दीपदान करेंगी। इसके लिए गुरुवार सुबह से रामघाट, दत्तअखाड़ा, नृसिंह घाट सहित अन्य घाटों पर तैयारियां चलती रहीं।
800 मीटर के रामघाट पर कपड़े बदलने के लिए 8 चैंजिंग रूम और 3 केनोपी लगाई गई है, वहीं दत्तअखाड़ा पर 3 चैंजिंग रूम और इतनी ही कनोपी लगाई है। इसके अलावा श्रद्धालु स्नान के दौरान गहरे पानी में ना जाएं, इसके लिए रस्सी के साथ लगे पाइप पर ‘नदी में पानी गहरा है के संकेतक लगाए गए हैं। सफाई के लिए रामघाट से भूखी माता तक करीब 30 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो सुबह से नदी से कचरा निकालने के साथ घाटों पर जमी काई साफ करते रहे। हालांकि, काई को साफ कर उन्होंने वापस नदी में डाल दिया।
झोनल अधिकारी लेते रहे जायजा
दरअसल, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कार्तिक स्नान से पूर्व सभी तैयारियों पूरी करने के निर्देश दिए हैं जिसके चलते नगर निगम का अमला तैयारियों में जुटा रहा। झोन क्रमांक ३ के झोनल अधिकारी डीएस परिहार भी तैयारियों का जायजा लेते रहे। उन्होंने कहा कि शाम तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
शिप्रा का पानी नहीं बदला: हर बार बड़े पर्व के दौरान शिप्रा के गंदे पानी को बहाकर नर्मदा का साफ पानी भरा जाता है ताकि श्रद्धालु स्वच्छ जल में स्नान करें और उनकी आस्था को भी ठेस ना पहुंचे। इस बार गुरुवार सुबह तक नदी का पानी नहीं बदला गया था। गंदे और बदबूदार पानी में ही श्रद्धालु स्नान कर रहे थे। कान्ह का दूषित पानी मिलने से नदी का जलस्तर भी कम है।