केडी गेट रोड का चौड़ीकरण ठप, लोग परेशान और निगम बेपरवाह
धर्मस्थल हटाने का निर्णय अब तक अधर में, गैलरी हटाने की सिर्फ मुनादी
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:इस मामले में भी एमपी को अजब गजब कहा जा सकता है कि महज 1 किमी लंबी सड़क का चौड़ीकरण एक साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। यकीन न हो तो मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर आकर देख सकते हैं, जहां केडी गेट रोड एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी चौड़ी नहीं हो सकी है।
केडी गेट चौराहे से इमली तिराहा तक की इस सड़क की लंबाई केवल 1.2 किमी है और इसका चौड़ीकरण करने के लिए नगर निगम ने बड़े बड़े दावे किए थे। एक साल तीन माह गुजर जाने के बाद स्थिति यह है कि क्षेत्रीय लोगों के लिए यह मुसीबत की सड़क बन गई है। लोकसभा चुनाव नजदीक आने के कारण जनप्रतिनिधि और उम्मीदवार लोगों से वोट मांग रहे किंतु इस क्षेत्र में कोई जा नहीं रहा। वजह यह कि लोगों की शिकायतों का जवाब किसी के पास नहीं।
आधी सड़क भी पूरी तरह से चौड़ी नहीं हो सकी है। धर्मस्थलों को शिफ्ट करने का निर्णय भी पसोपेश में उलझा हुआ है। इससे चौड़ीकरण का काम पूरा ही नहीं हो पा रहा। लोकसभा चुनाव पर यह मामला असर डाल सकता है। गैलरी हटाने के लिए कुछ समय पहले निगम प्रशासन ने मुनादी कराई, लेकिन एक भी गैलरी तोड़ी नहीं जा सकी। सिंहस्थ के दृष्टिकोण से केडी गेट रोड का चौड़ीकरण सबसे पहले शुरू किया गया था, लेकिन इसका काम एक साल बाद भी पूरा नहीं हो पा रहा है। पिछले साल जनवरी 2023 में रोड चौड़ीकरण का काम शुरू किया गया था।
इसलिए, सुविधा की जगह मुसीबत..
यह रोड अब सुविधा की जगह मुसीबत का कारण बन गई है, क्योंकि जिन स्थानों पर सीमेंट कांक्रीट कर दिया गया है, वहां अतिक्रमण हो गए हैं और वाहनों की पार्किंग बन गई है। इससे आवागमन में परेशानियां आ रहीं। नयापुरा क्षेत्र में जैन समाज के मंदिर हैं और श्रद्धालुओं को मंदिर जाने में ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा। जैन मंदिर के ट्रस्टी अभय मेहता ने बताया शहर फ्रीगंज क्षेत्र को माना जाता है, इसलिए डेवलपमेंट उसी जगह होता है। नयापुरा में कोई ध्यान ही नहीं दे रहा। पार्षद सपना सांखला ने बताया कई बार अधिकारियों और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को समस्याएं बता रहे हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा।
ठेकेदार काम छोड़ भागा
ठेकेदार ने भी निगम की उदासीनता के कारण काम छोड़ दिया है। दरअसल, समय ज्यादा बीत जाने के कारण महंगाई का असर भी उस पर पड़ रहा। इससे भी काम में अड़चनें आ रहीं।
पेयजल कनेक्शन नहीं हो पा रहे
रोड चौड़ीकरण के कारण कई घरों में पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। पीएचई की सप्लाई लाइनें टूट जाने के कारण लोग नल कनेक्शन नहीं करा पा रहे। कई जगह लाइन फूटी होने की समस्याएं भी सामने आ रहीं।
तीन बड़ी अड़चनें…
रोड के काम में अड़चन इसलिए भी आ रही क्योंकि अधिकारियों ने मोर्चा संभाला तो एमआईसी सदस्य और पार्षद पीछे हट गए।
पहले बीच में डिवाइडर की योजना नहीं थी। बाद में अधिकारियों ने डिवाइडर की योजना तैयार कराई।
मकानों की गेलरियों को कितना तोड़ा जाए, इसको लेकर स्पष्ट नीति नहीं।