स्कूल बैग में कपड़े व चप्पल रखी और ट्रेन में बैठ गई

लापता 6th की छात्रा…पिता से मिलकर बोली मां ने डांटा तो चली गई
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उज्जैन। नीलगंगा थाना क्षेत्र के शांति नगर में रहने वाली प्रायवेट स्कूल की 6 टी की छात्रा बुधवार सुबह स्कूल के लिए घर से निकली लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने थाने में उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई व स्वयं भी तलाश करते रहे। बालिका गुरूवार को राजस्थान के मानसरोवर में पुलिस को मिली। सूचना मिलने पर उसके परिजन व नीलगंगा पुलिस छात्रा को लेेकर उज्जैन के लिए रवाना हुए हैं।

बालिका के पिता ने बताया कि बेटी जयपुर के पास स्थित मानसरोवर में कंधे पर बैग लेकर अकेली घूमते हुए वहां की महिलाओं को दिखी तो उन्होंने राजस्थान पुलिस को सूचना दी। पुलिस बालिका को थाने लेकर गई और वहां परिजनों के संबंध में पूछताछ की। बालिका ने उन्हें घर का पता बताया और मां का मोबाइल नंबर भी दिया। राजस्थान पुलिस का कॉल आया तो पता चला कि बेटी मानसरोवर में है। नीलगंगा थाना पुलिस के साथ परिजन मानसरोवर थाने पहुंचे। वहां पुलिस कार्यवाही के बाद उसकी सुपुदर्गी ली और अब उज्जैन लौट रहे हैं।
शास्त्री नगर ग्राउण्ड के पास बदली थी ड्रेस
गुरूवार को जब बालिका के परिजन उसकी तलाश कर रहे थे तब उसकी स्कूल ड्रेस शास्त्री नगर ग्राउण्ड में पड़ी मिली थी। बालिका के पिता ने बताया कि स्कूल बैग से किताब कॉपी निकालकर बेटी ने उसमें चप्पल व कपड़े रख लिये थे। घर से स्कूल का कहकर निकलने के बाद बेटी ने शास्त्री नगर ग्राउण्ड के पास ड्रेस चेंज की और पैदल रेलवे स्टेशन पहुंच गई।
उसे यह भी पता नहीं था कि ट्रेन कहां जाने वाली है। जनरल कोच में बैठकर जयपुर पहुंच गई थी। बालिका के पास खाने पीने के रुपये नहीं थे। बैग में सिर्फ कपड़े रखे थे। उसके पिता ने बताया कि बेटी के कान में सोने की बाली थी जो नहीं मिली है। उसने दो दिन खाने पीने के लिए क्या किया इसकी जानकारी नहीं। फिलहाल बेटी घबराई हुई है इस कारण अधिक बातचीत नहीं कर रही।
इसलिए डांटा था मां ने
बालिका ने अपनी मां के मोबाइल से फोटो किसी सहेली को भेजा था। इसकी जानकारी लगने पर मां ने बेटी को डांटा। इसी बात से नाराज होकर बालिका घर छोड़कर चली गई थी। हालांकि पुलिस बालिका को सकुशल थाने लाने के बाद और भी पूछताछ कर सकती है।








