शहर और गांव में टीएनसी की परमिशन भी अब ऑनलाइन मिलेगी
मास्टरप्लान के कारण सभी नक्शों की परमिशन भी अटकी
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन। इंदौर रोड पर सावराखेड़ी और कस्बा उज्जैन की 148 हेक्टेयर जमीन को दोबारा सिंहस्थ क्षेत्र में शामिल करने के चक्कर में सभी नक्शों की परमिशन अधर में पड़ गई है। अच्छी खबर यह है कि लैंड यूज सर्टिफिकेट अब घर बैठे ऑनलाइन दिए जा रहे हैं। टीएनसी से कॉलोनियों के अभिन्यास और अभिमत भी ऑनलाइन देने की तैयारी हो गई है। इससे लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटना नहीं पड़ेंगे।
लैंड यूज यानी भूमि-उपयोग प्रमाण-पत्र अब नगर तथा ग्राम निवेश विभाग द्वारा ऑनलाइन देना शुरू कर दिया गया है। इसके लिए विभाग की वेबसाइट पर अब केवल आवेदन ही करना है। सर्टिफिकेट ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। इसके लिए जरूरी विवरण जैसे निवेश/योजना क्षेत्र, गांव और खसरा नंबर दर्ज करके आवेदन करने पर भूमि-उपयोग उसके स्क्रीन पर प्रदर्शित होता है। आवेदक द्वारा स्वीकार करने एवं ऑनलाइन शुल्क भुगतान करते ही मैप के साथ लैण्ड यूज सर्टिफिकेट मिल जाता है। यह सुविधा उज्जैन सहित प्रदेश के 12 जिलों भोपाल, इंदौर, भिण्ड, दतिया, ग्वालियर, डबरा, हरदा, जबलपुर, रीवा, सागर और शिवपुरी में लागू की गई है।
विभाग द्वारा बड़ी तैयारी यह भी की जा रही है कि स्कूल, कॉलेज, पेट्रोल पम्प, होटल आदि के लिए टीएनसी द्वारा जारी किए जाने वाले अभिमत और अभिन्यास भी ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। इसके लिए टीएनसी द्वारा एसडीएम, तहसीलदार सहित सभी संबंधित अधिकारियों के ईमेल नंबर आदि मंगाए जा रहे हैं। ग्रामीण और शहरी, सभी क्षेत्रों में अब सरकारी और गैर सरकारी कामों के लिए लगने वाले अभिमत और अभिन्यास ऑनलाइन ही जारी होंगे। अधिकृत सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
ऑनलाइन कैसे, क्या फायदे
- इंजीनियर द्वारा ऑनलाइन आवेदन टीएनसी को किए जाएंगे।
- टीएनसी द्वारा सबंधित अधिकारी को फॉरवर्ड किए जाएंगे।
- अधिकारी की मंजूरी मिलने पर टीएनसी ऑनलाइन अभिमत और अभिन्यास जारी करेगी।
- इससे लोगों के चक्कर बचेंगे और कागजों का उपयोग कम होगा।
उज्जैन के संशोधित मास्टर प्लान को मंजूरी का इंतजार…
उज्जैन का संशोधित मास्टर प्लान अभी मंजूर नहीं हो सका है। टीएनसी उज्जैन कार्यालय से इसे भोपाल में विभाग के मुख्यलाय भेजा जा चुका है। विभाग की मंजूरी मिलने के बाद ही नए प्लान के अनुसार कालोनियों के नक्शे मंजूर हो सकेंगे। गौरतलब है कि सावरखेड़ी और कस्बा उज्जैन की जमीन को सिंहस्थ क्षेत्र में शामिल करने की तैयारी राज्य स्तर पर चल रही है।]