अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ, नई दिल्ली एवं जिला सहकारी संघ मर्यादित, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में नागदा तहसील की बहुउद्देशीय प्राथमिक सहकारी संस्थाओं के तीन दिवसीय नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम में नागदा तहसील की खाचरौद, नागदा, घिनौना एवं उन्हेल शाखाओं की प्राथमिक बहुउद्देशीय कृषि सहकारी समितियों के प्रबंधक एवं सहायक प्रबंधकों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि सहकारी प्रशिक्षण केंद्र के पूर्व प्राचार्य केएल राठौर एवं विशेष अतिथि भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ, नई दिल्ली की सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना, उज्जैन के प्रबंधक चंद्रशेखर बैरागी रहे। शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। अतिथि स्वागत जिला सहकारी संघ के प्रबंधक सुमेरसिंह सोलंकी ने किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य एवं प्रमुख बिंदु
सहकारी संस्थाओं की भूमिका: सुमेर सिंह सोलंकी ने जिला सहकारी संघ की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संघ, अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगा।
नेतृत्व विकास पर जोर: पूर्व प्राचार्य के.एल. राठौर ने सहकारिता के वर्तमान परिदृश्य एवं अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
प्रबंधकों की जिम्मेदारी: चंद्रशेखर बैरागी ने सहकारी संस्थाओं के प्रबंधकों को उनके अधिकार और कर्तव्यों के बारे में बताया और कहा कि संस्थाओं का संचालन व्यवस्थित रूप से किया जाना चाहिए।
विशेषज्ञों के संबोधन: नागदा, घिनौना, खाचरोद एवं उन्हेल शाखाओं के शाखा प्रबंधक बालकृष्ण शर्मा, संजय रैकवार, शाहिद मंसूरी एवं मुकेश लुणावत ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में लगभग 50 सहकारी प्रबंधकों ने भाग लिया। संचालन सुमेर सिंह सोलंकी ने किया।