9 मई को लिए गए मावा, दूध, वनस्पति, क्रीम, घी के सेंपल जांच में फेल हुए
उज्जैन। विगत 9 मई को उन्हेल में खाद्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए यहां संचालित नकली मावा फैक्ट्री से मावा, दूध, वनस्पति, क्रीम, घी के सेंपल लेकर जांच हेतु राज्य प्रयोगशाला भेजे थे। शुक्रवार को इसकी रिपोर्ट आई जिसमें दूध का एक सेंपल छोड़कर बाकी नमूने जांच में अमानक पाए गए। इस पर खाद्य विभाग ने नकली मावा बनाने वाली दो फर्मों के लायसेंस निरस्त कर दिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री बीडी शर्मा ने बताया कि विगत 9 मई को प्राप्त सूचना के आधार पर कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम के आदेश पर नायब तहसीलदार नागदा नवीन छलोत्रे के साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल द्वारा रात्रि 11.30 बजे खजुरिया खाल पगारिया स्टेण्ड, उन्हेल स्थित मां भवानी डेयरी फार्म पर छापामार कार्रवाई की गई एवं कुल 12 नमूने जिनमें 5 नमूने मावा के, 3 नमूने वनस्पति घी के, 2 नमूने दूध के, 1 नमूना क्रीम एवं 1 नमूना घी का लेकर जांच हेतु राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे गये थे, जिनकी रिपोर्ट राज्य खाद्य प्रयोगशाला से प्राप्त हुई है। इनमें से सिर्फ दूध का एक सेंपल पास हुआ है बाकी सब फैल हो गए।
दोनों फैक्ट्रियों के खाद्य पंजीयन निरस्त
श्री शर्मा ने बताया कि उन्हेल में मावा भट्टी कारखाना खजुरियाखाल के पते पर मां भवानी डेयरी फर्म एवं मां भवानी रामबाबू के नाम पर एक ही पते पर 2 खाद्य पंजीयन पाये गये थे। खाद्य पंजीयन प्राधिकारी के द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 एवं विनियम 2011 के प्रावधानों का उल्लंघन होने से दोनों फार्मों के खाद्य पंजीयन तत्काल प्रभाव से निरस्त किये गये। साथ ही दोनों फर्मों को खाद्य संबंधी गतिविधियां बंद करने के सूचना पत्र भी जारी किए गए है।