बड़े मंदिरों की तरह होगा छोटे मंदिरों का भी विकास, 28 को सम्मेलन

उज्जैन। सरकार बड़े मंदिरों की तरह ही छोटे सरकारी मंदिरों का विकास करने की योजना पर काम कर रही है। इस संबंध में 28 दिसंबर को उज्जैन में पुजारियों का सम्मेलन होगा।
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धर्मस्व विभाग के जरिये छोटे मंदिरों को भी विकसित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। चूंकि इन मंदिरों की संख्या काफी है, ऐसे में समग्र विकास की योजना बनाने के लिए पुजारी-संतों की मदद ली जाएगी। इस संबंध में मंगलवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय में उज्जैन जिले के पुजारियों के साथ अफसरों ने बैठक की और उन्हें सम्मेलन की जानकारी दी।

जन अभियान परिषद् के मार्फत होने वाले सम्मेलन के लिए उज्जैन जिले के 172 पुजारी-महंतों को बुलाया गया था। इसमें अंगारेश्वर मंदिर के पुजारी मनीष उपाध्याय भी शामिल थे। डिप्टी कलेक्टर सरितालाल और जन अभियान परिषद के नोडल अधिकारी जय दीक्षित की मौजूदगी में हुई मीटिंग में कालिदास अकादमी में होने वाले सम्मेलन की जानकारी दी गई। पुजारियों को बताया गया कि सम्मेलन संभाग स्तरीय होगा। इसमें मंदिर विकास पर चर्चा की जाएगी।
क्या होगा सम्मेलन में
मंदिरों के विकास के लिए समिति गठित की जाएंगी।
अगर मंदिर के पास जमीन है तो उसका क्या सदुपयोग किया जा सकता है।
सरकारी स्तर पर मंदिरों के विकास के लिए किसी चीज की जरूरत है।
मंदिरों का जीर्णोद्वार कैसे कराया जा सकता है।









