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भगवान के दर्शन करना हमारा उद्देश्य श्रद्धालु भी व्यवस्थाओं में सहयोग करें

अक्षरविश्व के माध्यम से कलेक्टर का संदेश

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श्रावण-भादौ मास में भगवान महाकाल की सात सवारी,

 

पहली सवारी 22 जुलाई को निकलेगी

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारियों के क्रम में इस वर्ष पहली सवारी २२ जुलाई को निकलेगी। इस क्रम में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने ‘अक्षरविश्व’ के माध्यम से संदेश दिया है। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि श्रावण मास को लेकर अपार उत्साह है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के साथ प्रशासन ने अपने स्तर पर तैयारियां की हैं। मार्ग में भीड़ नियंत्रण के उपाय किए जा रहे हैं।

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भगवान महाकाल की इस वर्ष सात सवारी निकलने वाली है। पहली सवारी 22जुलाई को है। सवारी के लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं से विशेष तौर पर आग्रह है कि सवारी के लिए जो दायरा प्रशासन द्वारा बनाया जाएगा,जो सीमा तय की जाएगी,उसी सीमा तक आकर बाबा महाकाल की सवारी के दर्शन करें। जहां-जहां बैरिकेड्स लगाए गए है, वे बैरिकेड्स आपकों रोकने के लिए नहीं,बल्कि भीड़ प्रबंधन की दृष्टि से लगाए गए है। बैरिकेड्स के आगे आने का कृपया प्रयास नहीं करें। साथ-साथ आपकी सुरक्षा के लिए भी पूरी टीम तैनात रहेंगी।

सवारी के साथ एलईडी स्क्रीन रथ

बाबा महाकाल की सवारी के लिए मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार इस बार एलईडी रथ चलाया जाएगा। जिसमें एलईडी स्क्रीन लगी होगी। एलईडी स्क्रीन के माध्यम से सवारी का लाईव प्रसारण आपकों दिखाई देगा। किसी कारणवश बाबा के दर्शन बहुत सुलभ रूप से से नहीं कर पा रहे है,तो एलईडी स्क्रीन चल रही होगी,उस पर आप दर्शन कर सकते है। सवारी के आगे और पीछे दो रथों में एलईडी लगाई जाएगी। इससे सबसे आगे और सबसे आखिरी के श्रद्धालुओं को समान रूप से दर्शन हो सकेंगे।

बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से मेरा आग्रह है कि जो रूट व्यवस्था प्रशासन ने बनाई है, उसका पालन करें। प्रयास यही रहेगा की आपको 1 घंटे के भीतर मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन हो जाए। जहां-जहां पार्किंग बनाए गए हैं, उन पार्किंग पर आपके सहयोग के लिए वॉलिंटियर्स नियुक्त किए गए हैं।

रिक्शा निर्धारित रूट पर चले

ई-रिक्शा, ऑटो रिक्शा संचालकों को हिदायत दी गई है, कि जो रूट निर्धारित किए गए हैं, उन पर ही चले। यदि इसका उल्लंघन पाया जाता है, तो उन पर कार्रवाई होगी। कई बार ऐसा होता है कि बाबा महाकाल की सवारी के दौरान या श्रवण के महीने में होटल, रेस्टोरेंट के रेट्स बढ़ जाते हैं ।

इसमें पहले ही होटल संचालकों को यह निर्देश देकर पालन कराया गया था कि वह अपने रेट्स का डिस्प्ले रखें । कहीं भी डिस्प्ले रेट्स से अधिक रेट लिया जाता है, तो उस होटल को बंद कर संचालक के खिलाफ करवाई की जाएगी। इसी तरह से फूड्स स्टॉल्स का भी निरीक्षण खाद्य विभाग की टीम लगातारकर रही है। हमारा प्रयास रहेगा, कि कहीं भी अमानक खाद्य पदार्थ नहीं हो। कुल मिलाकर बाबा महाकाल की सवारी हर्ष का विषय और आनंद का उत्सव है।

आप सभी से आग्रह है कि इसमें प्रशासन का सहयोग करें। सभी भक्तों को भगवान के दर्शन करना हमारा उद्देश्य है, लेकिन इसमें हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि सभी को बाबा महाकाल की सुलभ दर्शन मिले। किसी को परेशानी नहीं हो। इसलिए जो नियम बनाए गए हैं, सभी उसका पालन करें। श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन हो सकें इसके लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।

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