माधवनगर अस्पताल की बिजली तीन घंटे रही बंद

आईसीयू के मरीज मेडिकल वार्ड में किए शिफ्ट
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उज्जैन। 150 बेड वाले माधवनगर अस्पताल की बिजली मंगलवार को तीन घंटे तक बंद रही। इसकी वजह से आईसीयू के मरीजों को मेडिकल वार्ड में शिफ्ट करना पड़ा। अस्पताल प्रभारी ने बताया कि चेंजओवर सिस्टम में खराबी के कारण कुछ समय के लिए बिजली बंद रही। इसे एक से डेढ़ घंटे में ठीक कर लिया गया। फ्रीगंज क्षेत्र के लिए माधवनगर अस्पताल जिला अस्पताल की तरह काम करता है। रोजाना यहां करीब 250 से ज्यादा लोग ओपीडी में उपचार कराने आते हैं।
मरीज भी यहां अच्छी खासी संख्या में भर्ती रहते हैं। यहां की आईसीयू को सबसे बेहतरीन माना जाता है और इसमें भी मरीज रहते ही हैं। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे अस्पताल की बिजली गुल हो गई। सूत्रों के मुताबिक चेंजओवर सिस्टम में खामी के कारण जनरेटर भी नहीं चला। ऐसे में अस्पताल भवन में अंधेरा छा गया। चूंकि अस्पताल का इलेक्ट्रिल रखरखाव इंदौर की फर्म के पास है, ऐसे में वहां से इलेक्ट्रिशियन नहीं आ सका। और बिजली पूरी तरह बंद हो गई थी और ऐसे में स्थानीय इलेक्ट्रिशियन को बुलाया गया। उसने केबल बदलने की बात की और शटडाउन मांगा। ऐसे में करीब ३ घंटे तक बिजली बंद रही और काम चलता रहा। दोपहर करीब 2.30 बजे बिजली व्यवस्था सुचारू हुई।
ओपीडी में मैनुअल बनी पर्ची बिजली बंद होने से कम्प्यूटर नहीं चले और ऐसे में ओपीडी में पर्चियां मैनुअली तैयार की गईं। हालांकि सर्दी के कारण ओपीडी में भीड़ कम थी और करीब २०० लोग ही पहुंचे थे, अमूमन यह संख्या 250 से 300 तक होती है।
आईसीयू पर दिखा असर
बिजली का असर आईसीयू में भी देखा गया। सुबह के समय ६ मरीज आईसीयू में थे। इनमें से एक को डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि एक को चरक भवन भेजा गया। चार को मेडिकल वार्ड में शिफ्ट किया गया। हालांकि माधवनगर अस्पताल के प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी ने कहा कि आईसीयू में मरीज नहीं थे। एक पुराना जहर खाने वाला मरीज आया था, जिसे अच्छे उपचार के लिए चरक भवन भेजा गया। उनके मुताबिक चेंजओवर केबल में दिक्कत थी। इसे एक घंटे में ठीक कर लिया गया था। अस्पताल की व्यवस्था किसी भी हद तक प्रभावित नहीं हुई।









