3 दिन में 15 लाख श्रद्धालु पहुंचे महाकाल मंदिर

180 क्विंटल लड्डू प्रसाद की खपत, नागपंचमी पर साढ़े 8 लाख ने किए नागचंद्रेश्वर के दर्शन, वीआईपी व्यवस्था पर गोलू शुक्ला कांड का असर

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए पिछले तीन दिनों से शहर में दर्शनार्थियों का हुजूम उमड़ा था। तीन दिनों में करीब 14 लाख दर्शनार्थी महाकाल मंदिर पहुंचे और श्री महाकालेश्वर और श्री नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन किए। इन तीन दिनों मेें मंदिर में करीब 180 क्विंटल लड्डू प्रसाद की खपत भी हुई है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर मेें दर्शनार्थियों की संख्या में शनिवार से ही इजाफा हो गया था। लेकिन शनिवार बारिश के कारण संख्या सीमित थी। रविवार से दर्शनार्थियों की संख्या में अचानक तेजी आई जो मंगलवार को नागपंचमी तक जारी रही। मंदिर सूत्रों के मुताबिक रविवार को करीब 2 लाख, सोमवार को साढ़े 4 लाख लोगों ने भगवान श्री महाकाल और मंगलवार यानी नागपंचमी पर 8 लाख 66 हजार 390 लोगों ने श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन किए। अगर सिर्फ तीन दिनों मेें ही दर्शनार्थियों का आंकड़ा देखा जाए तो ये 15 लाख से अधिक पहुंचता है।

300 रु. देकर शीघ्रदर्शन टिकट लिया, दर्शन हुए आम कतार से
श्री नागचंद्रेश्वर के शीघ्र दर्शन के लिए मंदिर प्रशासन ने इस बार भी 300 रुपए के टिकट जारी किए गए थे। प्रवेश द्वार व जूता स्टेंड के नजदीक ये टिकट मिल रहे थे। टिकट ऑनलाइन भी उपलब्ध थे। जो कि अच्छी खासी संख्या में बिके। लेकिन इन लोगों के लिए व्यवस्था में बदलाव नहीं था। टिकटधारी दर्शनार्थियों को हरसिद्धि मंदिर चौराहे से आम दर्शनार्थियों की कतार में ही शामिल कर दिया गया था। इस कारण वे स्वयं को ठगा-सा महसूस कर रहे थे। इनका कहना था कि रुपए देने के बाद भी दर्शन में समय तो उतना ही लगा।

दिन-रात मेहनत कर तैयार किए लड्डू
रविवार, सावन सोमवार और नागपंचमी होने के कारण मंदिर प्रशासन को पहले से ही उम्मीद थी कि इन तीन दिनों में काफी संख्या मेें दर्शनार्थी मंदिर पहुंचेगे। इस कारण लड्डू प्रसादी की तैयारी पर विशेष ध्यान दिया गया। मंदिर निर्माण यूनिट में आम तौर पर दिन में ही लड्डू निर्माण का काम चलता है, लेकिन पिछले एक सप्ताह से रात मेें भी लड्डू प्रसादी तैयार करवाई जा रही थी। इसके लिए अतिरिक्त कर्मचारी भी लगाए गए थे। मंदिर सूत्रों के अनुमान रविवार को करीब ७० क्विंटल और सोमवार को रात तक 110 क्विंटल लड्डू मंदिर समिति के लड्डू काउंटर पर भेजे गए थे। नागपंचमी पर मंदिर समिति ने कर्कराज पार्किंग, चारधाम, हरसिद्धि क्षेत्र मेें अतिरिक्त लड्डू बिक्री काउंटर भी लगाए थे। हालांकि बुधवार सुबह तक लड्डू बिक्री की अधिकृत जानकारी मंदिर समिति तक नहीं पहुंची थी।

शुक्र है महाकाल का बारिश चलती रही और हालात बेकाबू नहीं हुए
दर्शन व्यवस्था में ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों से बुधवार को उनके अनुभव जाने तो अधिकतर का कहना था कि बारिश से हालात बेकाबू नहीं हुए। कर्मचारियों का मानना था बारिश में जो भीड़ दर्शन के लिए पहुंची वो अधिकतर बाहर की थी। स्थानीय लोग घरों से कम ही निकले। कई लोग जो मौज-मस्ती के लिए मंदिर आते थे वे भी बारिश की वजह से नहीं आए। ऐसे में सिर्फ दर्शन के इरादे से आए लोग ही वहां मौजूद थे और सहयोग बनाए रखा। कर्मचारियों का कहना था कि अगर मौसम खुला रहता तो करीब 3 लाख लोगों की भीड़ का दबाव और बढ़ता जिसमें स्थानीय और जिले के दर्शनार्थी रहते।

वीआईपी व्यवस्था प्रोटोकाल से ही चली
नागपंचमी पर इस बार वीआईपी व्यवस्था प्रोटोकाल से ही चली। पिछले कुछ सालों से वीआईपी लगभग हर प्रवेश द्वार पर कब्जा जमाए रहते थे। लेकिन इस बार सख्ती रही। सूत्रों के मुताबिक पिछले सोमवार को इंदौर के विधायक गोलू शुक्ला और उनके बेटे द्वारा अनाधिकृत प्रवेश का मुद्दा पूरे प्रदेश में उछलने के बाद इस बार प्रशासन को भी उपर से सख्ती बरतने के निर्देश थे। इस कारण वीआईपी को प्रवेश सिर्फ प्रोटोकाल से ही मिला।

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