गुम मोबाइल पाकर खिले चेहरे

वर्ष 2021 से जुलाई 2025 तक 625 मोबाइल लौटाए
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उज्जैन। अमूमन अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचने वाले आवेदकों से भरे रहने वाले पुलिस कंट्रोल रूम पर बुधवार को माहौल अलग था। यहां उन लोगों का जमावड़ा था जिन्हें पुलिस उनके गुम हो चुके मोबाइल लौटाने वाली थी। पुलिस कप्तान ने मोबाइल लौटाने की शुरुआत की। इस दौरान 61.10 लाख रुपए के 327 मोबाइल उनके असली मालिकों को लौटाए गए जिससे उनके चेहरे पर मुस्कान आ गई। उन्होंने इस कार्य के लिए पुलिस को धन्यवाद भी दिया।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि एएसपी मयूर खंडेलवाल, गुरुप्रसाद पाराशर और नितेश भार्गव के मार्गदर्शन एवं उप पुलिस अधीक्षक क्राइम योगेश तोमर के नेतृत्व में गुम मोबाइलों के संबंध में तकनीकी जानकारी प्राप्त कर उन्हें सेंट्रल इक्यूपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर पोर्टल के माध्यम से खोज निकाला। एसपी ने बताया कि महाकाल सवारियों के दौरान गुम हुए 93 मोबाइल उनके मालिकों को पहले ही लौटाए जा चुके हैं।
जुलाई 2025 तक 1.20 करोड़ के मोबाइल लौटाए: उज्जैन पुलिस ने वर्ष 2021 एवं 2022 में लगातार पहले चार चरणों में 85.25 लाख रुपए के 341 मोबाइल लौटाए। वर्ष 2023 में 58.75 लाख के 235 गुम मोबाइल वापस किए। इसी तरह वर्ष 2024 में 92.05 लाख कीमत के 445 और इस वर्ष जुलाई 2025 तक 625 गुम मोबाइल जिनकी कीमत 1 करोड़ 20 लाख 55 हजार रुपए है, उनके असली मालिकों को सौंपे गए।
पब्लिक के लिए सुझाव भी
मोबाइल गुम होने पर तत्काल संबंधित सिम ऑपरेटर से अपना सिम कार्ड डी-एक्टिवेट करवाकर उसी नंबर की दूसरी सिम जारी करवाएं।
मोबाइल गुम होने पर भारत सरकार के ऑनलाइन सीईआरआर पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
शर्ट की ऊपरी जेब तथा पेंट और जींस की पीछे की जेब में मोबाइल ना रखें।
मोबाइल में सुरक्षित लॉक या पैटर्न लॉक रखें।
मोबाइल में फाइंड माय डिवाइस ऑप्शन को चालू रखें।
नए मोबाइल को इंस्टॉल करते समय रजिस्टर की गई मेल आईडी और उसका पासवर्ड याद रखें। फोन गुम होने की स्थिति में मेल आईडी की मदद से फाइंड माय डिवाइस ऑप्शन से गुम मोबाइल खोजा जा सकता है।