मोदी सरकार का किसानों को तोहफा,गेहूं और चना समेत 6 फसलों की MSP बढ़ाई

By AV NEWS

केंद्र सरकार ने दिवाली से पहले किसानों को तोहफा दिया है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में रबी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने का निर्णय लिया गया।केंद्र ने गेहूं का समर्थन मूल्य 150 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 2,425 रुपये क्विंटल कर दिया है। पहले गेहूं 2,275 रुपये क्विंटल था। रबी की 5 अन्य फसलों का भी MSP बढ़ाया गया है। किसानों को इसका फायदा अगले साल अप्रैल में होगा।

किन फसलों का कितना बढ़ा समर्थन मूल्य

केंद्र सरकार ने रबी फसलों में शामिल गेहूं के अलावा, जौ, चना, मसूर, सरसो-तिलहन, कुसुम की MSP बढ़ाई है। जौ का MSP 130 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1,850 रुपये से 1,980 रुपये क्विंटल, चने का MSP 210 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 5,440 से 5,650 रुपये क्विंटल, मसूर का MSP 275 रुपये बढ़ाकर 6,425 रुपये से 6,700 रुपये क्विंटल, सरसो-तिलहन का MSP 300 रुपये बढ़ाकर 5,650 रुपये से 5,950 रुपये क्विंटल और कुसुम का MSP 140 रुपये बढ़ाकर 5,940 किया गया।

क्या है MSP?

MSP सरकार की ओर से एक तय दाम है, जिस पर किसानों अपनी फसल को बेंच सकते हैं, भले ही बाजार में फसल की कीमत कम क्यों न हो। इससे किसानों का घाटा कम करने की कोशिश की जाती है। सरकार हर साल हर फसल के मौसम से पहले कृषि लागत और मूल्य आयोग की सिफारिश पर MSP तय करती है। MSP के दायरे में 7 प्रकार के अनाज, 5 दालें, 7 तिलहन और 4 व्यावसायिक फसलें शामिल हैं।

MSP में 23 फसलें शामिल होती हैं:

7 प्रकार के अनाज (धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ)

5 प्रकार की दालें (चना, अरहर/तुअर, उड़द, मूंग और मसूर)

7 तिलहन (रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम, निगरसीड)

4 व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना, खोपरा, कच्चा जूट)

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