मॉनसून के दिनों में सर्दी-खांसी फ्लू होना आम बात है। मौसम में बदलाव होने के कारण से इम्यूनिटी भी कमजोर पड़ने लगती है। ऐसे में अपनी और अपने परिवार की सेहत का ख़ास ध्यान रखना जरुरी है। अपनी डाइट में बदलाव करके इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है। आप अपनी चाय में कुछ चीजों को शामिल कर इस मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं। ज्यादातर लोग अपने दिन की शुरूआत एक कप गर्म चाय या कॉफी के साथ करते हैं। अगर आप अपने चाय में कुछ पौष्टिक और ओषधिक चीजों को मिला लें तो ये स्वाद के साथ सेहत के लिए भी गुणकारी बन सकती है।
चाय को हेल्थी बनाने के लिए मिलाएं ये चीजें
अदरक: अपनी चाय में ताजा अदरक के टुकड़े या अदरक पेस्ट मिलाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। अदरक इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह पाचन में भी मदद करता है और मतली से राहत दिलाता है।
तुलसी : तुलसी के पत्तों का उपयोग आमतौर पर आयुर्वेद में उनके औषधीय गुणों के लिए किया जाता है। अपनी चाय में कुछ ताज़ी तुलसी की पत्तियाँ मिलाने से इम्युनिटी को मजबूत करने और अस्थमा में सुधार करने में मदद मिल सकती है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं और यह तनाव को कम करने भी मदद करती है।
दालचीनी: अपनी चाय में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिलाने से न केवल अच्छा स्वाद आता है, बल्कि स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है। यह पाचन में भी मदद कर सकती है।
शहद: चीनी के बजाय आप एक चम्मच शहद के साथ अपनी चाय को मीठा बना सकते हैं। शहद एक नेचुरल स्वीटनर है और इसमें एंटीवायरल गुण होते हैं। यह खांसी और गले की खराश से राहत दिला सकता है, जो मानसून के मौसम में आम है।
हल्दी: अपनी चाय में एक चुटकी हल्दी पाउडर मिलाने से एंटी इंफ्लामेंटरी और एंटीऑक्सीडेंट लाभ मिल सकते हैं। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक कंपाउंड होता है। यह जोड़ों के दर्द को कम करने और पाचन में सुधार करने में भी मदद कर सकती है।
लौंग: अपनी चाय में कुछ साबुत लौंग या पीसी हुई लौंग मिलाने से गर्म और सुगंधित स्वाद मिल सकता है। लौंग में जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण होते हैं जो इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं।
काली मिर्च: अपनी चाय में एक चुटकी काली मिर्च पाउडर डालने से हल्का तीखापन आ सकता है। काली मिर्च में जीवाणुरोधी गुण होते हैं और यह पाचन में मदद कर सकती है। इसमें गर्माहट देने वाले गुण भी होते हैं जो सर्दी के लक्षणों को कम करते हैं।