महापौर ने दिए 30 लाख रुपए, टेंडर की अड़चन दूर
2 करोड़ रुपए में भोपाल की कंपनी को दिया ठेका
अक्षरविश्व प्रतिनिधि .उज्जैन। महाकाल नगरी में अब लोगों के घरों तक नर्मदा का पानी पीने के लिए नलों के माध्यम से पहुंच सकेगा। करीब 2 करोड़ की यह योजना टेंडर की तकनीकी अड़चन के कारण अधर में पड़ी हुई थी। महापौर मुकेश टटवाल ने इसके लिए अपने मद से 30 लाख की राशि देकर पाइप लाइन चालू करने का रास्ता साफ कर दिया।
नर्मदा पाइपलाइन को गऊघाट फिल्टर प्लांट से जोडऩे के लिए अधर में पड़ी योजना टेंडर स्वीकृत होने के साथ ही आगे बढ़ गई है। नगर निगम प्रशासन ने इसका काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है ताकि गर्मी में पेयजल की समस्या न आए।
भोपाल की आदि एक्वा प्रा. लि. का ठेका मंजूर हो गया है। जल्द ही ठेकेदार के साथ एग्रीमेंट की औपचारिकता पूरी कर लाइन जोड़ दी जाएगी। इससे नर्मदा का पानी सीधे घरों तक पहुंचाया जा सकेगा। अपर आयुक्त आरएस मंडलोई ने बताया टेंडर स्वीकृति के साथ इसका काम शुरू कर दिया गया है।
ऐसे दूर हुई अड़चन…
- 1.88 करोड़ रुपए का टेंडर लगाया गया था।
- टेंडर 14. 41 प्रतिशत ज्यादा का खुला।
- इस कारण प्रोजेक्ट की लागत बढ़कर 2 करोड़ 5 लाख हो गई।
- महापौर मद से 30 लाख रुपए देने से टेंडर मंजूर हो गया।
एक दिन छोड़कर पानी देने का फैसला रोका:
गंभीर डैम में पानी कम होने के कारण एक दिन छोड़कर पानी सप्लाई का प्रस्ताव है। इसको अभी नगर निगम प्रशासन ने रोक दिया है। इसके लिए शहर में चालू बोरिंग, टैंकर की उपलब्धता आदि की रिपोर्ट भी मंगाई गई है। इस रिपोर्ट और फिल्टर प्लांट को नर्मदा लाइन से जोडऩे की स्थितियों को लेकर सोमवार या मंगलवार को एक बैठक होगी, जिसमें आखिरी फैसला लिया जाएगा।
यह है प्रोजेक्ट
- नर्मदा शिप्रा बहुउद्देशीय लिंक परियोजना के तहत लाइन डाली गई है।
- यह लाइन चिंतामन ब्रिज तिराहे के पास एक खेत से होकर गुजर रही है।
- यहां नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) ने टी कनेक्शन दे रखा है।
- चिंतामण ब्रिज से यह लाइन भूखीमाता रोड से गुजर रही गंभीर की गऊघाट तक रॉ वाटर लाने वाली लाइन से जोड़ी जाएगी।
टेंडर मंजूर हो गया है: नर्मदा नदी से पाइप लाइन को जोडऩे के लिए टेंडर मंजूर हो गया है। जल्द ही इसका काम पूरा होगा।
मुकेश टटवाल, महापौर