नई कंपनी ने महाकाल मंदिर में 200 सुरक्षा गार्ड लगाए, 25 दिसंबर से 200 और बढ़ाने की तैयारी

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में 1 जनवरी से सुरक्षा की कमान संभालने वाली नई कंपनी कोर सिक्योरिटी सर्विसेस प्रालि ने सोमवार से महाकाल मंदिर में 200 सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए हैं।
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सूत्रों के मुताबिक कोर सिक्योरिटी कंपनी को 1 जनवरी से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था संभालना है। कंपनी ने अपनी करीब 400 से अधिक सुरक्षा गार्डों की भर्ती कर उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। इनमें से ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके करीब 200 सुरक्षा गार्डों को महाकाल मंदिर के प्रमुख प्वाइंट पर सोमवार से तैनात कर दिया है, ताकि वे पुराने गार्डों के साथ रहकर मंदिर की व्यवस्था का अनुभव प्राप्त कर सकें। सूत्रों के मुताबिक 25 दिसंबर से कंपनी 200 और गार्ड मंदिर के अलग-अलग प्वाइंट पर तैनात कर देगी।

रिटायर्ड सैनिक संभालेंगे कमान
कोर सिक्योरिटी सर्विसेस कंपनी की प्लानिंग है कि मंदिर में करीब 15 अधिकारी ऐसे रहेंगे तो सभी सुरक्षा गार्डों की कमान संभालेंगे। ये 15 अधिकारी सेना से रिटायर्ड सैनिक व अधिकारी होंगे। तकरीबन 6 रिटायर्ड सैनिक कंपनी ने नियुक्त भी कर लिए हैं। इसके लिए कंपनी के डायरेक्टर वैभव जोशी स्वयं उज्जैन में रहकर नियुक्ति कर रहे हैं।
पुराने सुरक्षा कर्मचारियों में निराशा
1 दिसंबर से सुरक्षा व्यवस्था नई कंपनी के हाथों में जाने से इन दिनों सर्वाधिक निराशा पुराने सुरक्षा गार्डों में देखी जा रही है। कई सुरक्षा गार्ड ऐसे हैं जो बरसों से मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पूरी निष्ठा और धार्मिक भावना के साथ संभाल रहे हैं। हर बार यह होता आया है कि सुरक्षा कंपनी बदलती थी लेकिन निष्ठावान गार्डों की नौकरी भी बरकरार रहती थी लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि नई कंपनी पुराने गार्डों को मौका नहीं दे रही है। मंदिर समिति के जिम्मेदारों के आग्रह पर गार्डों से आवेदन लिए गए हैं लेकिन उन्हें जवाब नहीं दिया। ऐसे में बेरोजगार होने के भय से सताए सुरक्षा गार्ड तनावग्रस्त माहौल में नौकरी कर रहे हैं। मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि अच्छी छवि के पुराने सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति को लेकर नियमानुसार जो भी बन सकेगा, मंदिर समिति मदद करेगी। हालांकि इस संबंध में कंपनी के डायरेक्टर वैभव जोशी से भी चर्चा का प्रयास किया गया, उनका मोबाइल नो रिप्लाई रहा।
वीवीआईपी के स्वागत में महाकाल मंदिर में बजे बैंड
मंगलवार सुबह श्री महाकाल मंदिर में वीवीआई का जमावड़ा रहा। इस दौरान मंदिर प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट रहा और रात से ही व्यवस्थाएं बनाने में लगा रहा। मंगलवार तड़के भस्मारती में मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली शामिल हुए। सभी वीवीआईपी ने भस्मार्ती में नंदी हॉल से भस्मार्ती का लाभ लिया व भगवान महाकाल के दर्शन किए। दर्शन बाद मंदिर समिति प्रशासक प्रथम कौशिक व सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी ने अतिथियों का सम्मान किया सुबह ही मंदिर की भस्मार्ती के बाद केंद्रीय लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री जेपी नड्डा (भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष) और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव महाकाल मंदिर पहुंचे। भगवान महाकाल के दर्शन के बाद दोनों ने भगवान महाकाल का अभिषेक-पूजन किया। पुजारी आकाश गुरु ने पूजन करवाया। पूजन के बाद महाकाल मंदिर के बैंड ने अतिथियों के सम्मान में बैंड भी बजाए। बैंड कलाकारों ने धार्मिक धुन व आरती बजाई जिसे अतिथियों द्वारा काफी सराहा गया।
मेडिसिटी के बाद घाटों का काम भी देखा
मेडिसिटी का काम देखने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा और सीएम डॉ. यादव शिप्रा के किनारे बन रहे 29 किमी लंबे घाटों का काम देखने भी पहुंचे। उन्होंने शांति पैलेस के पीछे स्थित ब्रिज से ही दाऊदखेड़ी घाट का मुआयना किया। यहां कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने उन्हें जानकारी दी और घाटों की विशेषताओं के बारे में बताते हुए कहा कि घाट बनने के बाद सिंहस्थ के दौरान करीब 3 करोड़ श्रद्धालु 24 घंटे में स्नान कर लेंगे। आपको बता दें कि 864करोड़ रुपए की लागत से बन रहे 29 किमी लंबे घाटों की इस परियोजना का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुगम और आसानी से स्नान करवाना है। घाटों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। इसके अलावा यहां पर साइकिल ट्रैक भी बनाए जाएंगे।









