महाकाल मंदिर में नई पहल : क्यूआर कोड करना होगा स्कैन, पेमेंट करते ही मिलेगा पैकेट

देश का पहला मंदिर जहां एटीएम की तर्ज पर लगेंगी प्रसाद की मशीनें
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
मुकेश पांचाल/कैलाश शर्मा:उज्जैन। पिछले कई दिनों से यह कवायद चल रही थी कि महाकाल बाबा का प्रसाद एटीएम की तरह मशीनों से वितरित किया जाए। यह कवायद अब एक भक्त के मार्फत पूरी हो गई है। दीपावली के बाद प्रायोगिक तौर पर मंदिर में दो स्थानों पर इन मशीनों को लगाया जाएगा।
महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि अब महाकाल बाबा के दर्शन करने वालों को प्रसाद के लिए कतार में नहीं लगना पड़ेगा। मंदिर समिति पिछले कई दिनों से ऐसी मशीन की तलाश में थी जिसके माध्यम से भक्तों को प्रसाद मिल सके। एक भक्त ने इस परिकल्पना को पूर्ण कर दिया है। महाकाल मंदिर देश का ऐसा पहला मंदिर होगा जहां इस प्रकार की मशीन लगाई जाएगी। इसे डिस्पेंस मशीन भी कहा जाता है। इसका निर्माण कोयम्बटूर में हुआ है। फिलहाल प्रयोग के लिए मंदिर के दो स्थानों पर स्थापित की जाएंगी। परिणाम सकारात्मक आने पर इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा। आने वाले समय में बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी मशीनें लगाने की योजना है।
अभी काउंटर से मिलता है प्रसाद
वर्तमान में बाबा महाकाल का प्रसाद 200 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किलोग्राम का पैक समिति के अलग-अलग काउंटरों से मिलता है। मंदिर समिति की ओर से वहां पर कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। मशीन लगने के बाद इन कर्मचारियों का मंदिर की दूसरी व्यवस्थाओं में उपयोग किया जाएगा। प्रशासक धाकड़ ने यह भी बताया कि महाकाल प्रसाद के नाम पर अभी शहर के कुछ स्थानों पर प्रसाद बिक रहा है जिसका मंदिर समिति से कोई सरोकार नहीं है। मशीनें लगने से फर्जी काउंटर बंद हो जाएंगे।
बैंक से चल रही चर्चा
मशीन बनकर तैयार हो चुकी है। क्यूआर कोड स्कैन करने पर भक्त को निर्धारित राशि के रूप में पेमेंट करना होगा, जो मंदिर समिति के बैंक खाते में ट्रांसफर होगी। इस प्रोसेस के लिए बैंक का माध्यम होना जरूरी है। महाकाल मंदिर समिति के जिन बैंकों में खाते हैं उनसे बात चल रही है।