Advertisement

नई पहल… अब ऑटो पर लगेगा क्यूआर कोड स्कैन करते ही सामने होगी चालक की कुंडली

तारीख तय होते ही जीआरपी करेगी अभियान की शुरुआत, पटरी की पाठशाला भी करेंगे शुरू

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। भगवान महाकाल के दर्शन के लिए देशभर से रोज हजारों श्रद्धालु आ रहे हैं। इनकी सुरक्षा को लेकर जीआरपी अब नवाचार करने जा रही है। इस पहल को ‘हमारी सवारी भरोसे वाली’ नाम दिया गया है। इसके तहत अब ऑटो पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा जिसमें चालक का नाम, पता, मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी होगी जिसे मोबाइल से स्कैन करते ही उस पूरी कुंडली सामने आ जाएगी जिससे श्रद्धालुओं को भी यह पता होगा कि वह जिस ऑटो में सफर कर रहे हैं, उसका चालक आपराधिक प्रवृत्ति का है या नहीं।

दरअसल, शुक्रवार को रेलवे एसपी पद्म विलोचन शुक्ल उज्जैन पहुंचे थे। उन्होंने जीआरपी थाने पर नई पहल की जानकारी देने के लिए ऑटो चालकों से बातचीत की। जीआरपी ‘हमारी सवारी भरोसे वाली’ टैग के साथ वाहन चालकों को सत्यापित वाहन चालक का क्यूआर कोड लगाएगी जिसमें ऑटो चालक का नाम, पिता का नाम, पता, मोबाइल नंबर, कोई प्रकरण तो दर्ज नहीं और ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर, लाइसेंस नंबर के साथ आपातकालीन नंबर भी होगा। आपको बता दें इंदौर जीआरपी ने कुछ दिनों पहले इसकी शुरुआत भी कर दी है। उसी की तर्ज पर इसे उज्जैन में लागू किया जाएगा।

Advertisement

रिव्यू भी दे सकेंगे यात्री
ऑटो में क्यूआर कोड लगाने की शुरुआत दिसंबर के पहले हफ्ते से हो सकती है। जल्द ही इसके लिए यात्री अपना सफर पूरा होने के बाद इस पर रिव्यू भी दे सकेंगे जिससे अन्य यात्रियों को भी इसकी जानकारी मिल सकेगी। जो ऑटो चालक बेस्ट होगा उसे सम्मानित करने की बात भी एसपी शुक्ल ने कही।

आपातकालीन नंबर रहेगा
जीआरपी थाने के एसआई बीएस कुशवाह ने बताया कि क्यूआर कोड में आपातकालीन नंबर भी रहेगा। यदि कोई ऑटो चालक दुव्र्यवहार करता है तो सफल करने वाले यात्री आपातकालीन नंबर पर कॉल कर पुलिस की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा ऑटो चालकों को ड्रेस पहनने के साथ नेम प्लेट भी लगाना होगी।

Advertisement

आपराधिक प्रवृत्ति के चालकों को नो एंट्री
क्यूआर कोड उन्हीं ऑटो रिक्शा पर जिसके चालक साफ छवि के हैं। ऐसे में आपराधिक प्रवृत्ति के चालकों का क्यूआर कोड नहीं बनेगा और उनके ऑटो को परिसर में भी एंट्री भी नहीं मिलेगी। इससे बाहर से आने वाले यात्रियों के साथ ऑटो चालकों द्वारा किसी भी प्रकार की अभद्रता और दुव्र्यवहार पर रोक लगेगी।

पटरी की पाठशाला की शुरुआत भी
एसआई कुशवाह के मुताबिक इस पहल के साथ ही पटरी की पाठशाला की भी शुरुआत होगी। इसमें छुमछुम बाबा की दरगाह और नीलगंगा क्षेत्र में रहने वाले ऐसे गरीब बच्चे जो पढ़ नहीं सके उन्हें नशे से दूर रहने, पटरी पर नहीं आने, ट्रेनों पर पत्थर नहीं फेंकने, स्कूल और आंगनवाड़ी में भेजने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

Related Articles