हेडली की मदद करने वाले ‘इम्प्लॉई बी’ को सामने होगी पूछताछ
नईदिल्ली (एजेंसी) तहव्वुर राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी रविवार को तीसरे दिन पूछताछ करेगी। 2008 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा के वॉयस सैंपल लिए जा सकते हैं। एनआईए पता लगाएगी कि क्या तहव्वुर नवंबर 2008 के हमलों के दौरान फोन पर निर्देश (इंस्ट्रक्शन) दे रहा था। वॉयस सैंपल लेने के लिए तहव्वुर की सहमति जरूरी होगी। मना करने पर एनआईए कोर्ट जा सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार को एनआईए की पूछताछ में एक कर्मचारी बी का नाम आया है, इसने राणा के कहने पर हेडली के लिए ऑपरेशन और लॉजिस्टिक में मदद की थी। अब एनआईए राणा और कर्मचारी बी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करेगी। एजेंसी के मुताबिक कर्मचारी बी को आतंकी साजिश की जानकारी नहीं थी। वह सिर्फ राणा के निर्देश पर हेडली के लिए रिसेप्शन, ट्रांसपोर्ट, ठहरने की जगह और ऑफिस की व्यवस्था करता था। डेविड हेडली मुंबई हमले का मास्टरमाइंड था। 10 अप्रैल को तहव्वुर को स्पेशल विमान से अमेरिका से भारत लाया गया था। इसके बाद उसे 18 दिन की एनआईए कस्टडी में भेजा है।
तहव्वुर राणा को लेकर 3 जरूरी बातें
राणा को एनआईए मुख्यालय, लोधी रोड में हाई-सिक्योरिटी ग्राउंड फ्लोर की 14&14 फीट की सेल में रखा गया है। वह सुसाइड वॉच पर है और उस पर 24 घंटे गार्ड्स और सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है। उसे केवल सॉफ्ट टिप पेन ही दिया गया है, जिससे वह खुद को नुकसान न पहुंचा सके। राणा ने दुबई मैन का नाम लिया है, जिसे हमले की पूरी प्लानिंग पता थी। एजेंसी को शक है कि यह व्यक्ति पाकिस्तान और दुबई के बीच नेटवर्क संभालता था और हमलों की फाइनेंसिंग, लॉजिस्टिक सपोर्ट में अहम भूमिका निभा रहा था। ये भी पता चला है कि राणा का पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएआई से भी करीबी संपर्क था और उसे पाकिस्तानी सेना की वर्दी से खास लगाव था। एनआईए ने पहले दिन शुक्रवार को 3 घंटे पूछताछ की। एजेंसी ने बताया कि वह कोऑपरेट नहीं कर रहा है। एनआईए की कोशिश है कि तहव्वुर के परिवार और दोस्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके।