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निजातपुरा का निश्चल था निशाने पर साइबर ठगों से बचाया अपने आपको

साइबर ठगी का नया तरीका, आपकी सिम से भेजे जा रहे हैं अश्लील वीडियो

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निजातपुरा का निश्चल था निशाने पर साइबर ठगों से बचाया अपने आपको

 

एक लाख रुपए की व्यवस्था नहीं की तो फंस जाएंगे

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अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। साइबर ठगों को आपकी दौलत आपके पास रास नहीं आ रही है। वह ऐसे लोगों को निशाना बना रहे हैं जो पढ़े-लिखे हैं या अधिकारी हैं कुछ तो उनकी चाल में नहीं आए और कुछ शिकंजे में फंस कर लाखों रुपए की चोट खा चुके हैं। अब इन साइबर ठगों ने ठगने का नया तरीका निकाला है। उज्जैन के एक युवक को निशाना बनाया गया लेकिन वह अपनी समझदारी से बच गया।

इस बार साइबर ठगों के निशाने पर थे निजातपुरा में रहने वाले निश्चल जैन। हुआ यूं कि वे अपने घर की बालकनी में बैठे थे तभी मुंबई से फोन आया। फोन नंबर यह था, 7689443123 बताया गया कि हम टीआरएआई (टेलीकॉम रेग्यूलेट्ररी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) से बोल रहे हैं। हमारा नाम आकाश शर्मा है।

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आपने जो सिम खरीदी है उसका जबर्दस्त दुरुपयोग हो रहा है। कई बड़े लोगों को अश्लील वीडियो भेजे जा रहे हैं। कुछ वीआईपी को धमकी भी दी गई है। निश्चल सामने वाले की बात ध्यान से सुनते रहे। उन्हें कहा गया कि आप तत्काल यह सिम ब्लॉक कर दें वरना मुसीबत में फंस जाएंगे। निश्चल ने कहा हमने कोई सिम नहीं खरीदी है। उसने कहा आपके कहने से कुछ नहीं होगा। आप एक काम कीजिए मुंबई आकर हमसे संपर्क करें।

पाठकों को अक्षर विश्व की सलाह

इस समय पूरे में देश में साइबर ठगी के केस बढ़ रहे हैं। बेटा सामने बैठा है और कहा जा रहा है कि आपका बेटा पुलिस गिरफ्त में है। कई शहरों में तो नकली पुलिस अधिकारी तक पहुंच गए हैं इसलिए डरें नहीं। सावधानी बरतें। हिम्मत और दिमाग से काम लें। ठगों के बहकावे में न आएं। अपने परिवार के सदस्यों को भी समझाएं कि वे मुश्किल हालात में धैर्य ना खोएं। निश्चल की तरह अडिग रहें और खुद को बचाएं।

डर जाते तो एक लाख रुपए गंवा देते

निश्चल को जितना डरा सकते थे, डराया। लेकिन वे नहीं डरे। उधर से किरदार बदलते रहे। भाषा बदलती रही, धमकियों भरे फोन आते रहे पर वे अडिग रहे। निश्चल के पिता जम्बू कुमार जैन भी अपने बेटे को इशारों से समझाते रहे। अंतत: उन ठगों को यह समझ में आ गया कि बंदा अब जाल में फंसने वाला नहीं है, लिहाजा उन्होंने पैंतरा बदला और यह कहकर फोन काट दिया कि अब मुंबई पुलिस की कार्रवाई के लिए तैयार रहिए।

दो घंटे बाद फिर फोन आया

निश्चल एमबीए कर चुके हैं। अखबारों में खबरें पढ़ चुके थे, इसलिए वे सामने वाले से निपटने के लिए तैयार थे। दो घंटे बाद फिर फोन आया और कहा कि हम अपने अधिकारी का नंबर और कोड आपको दे रहे हैं। बात कर लीजिए। इस बार सुमित कुमार ने निश्चल से बात की और कहा कि एक लाख रुपए की व्यवस्था कर दें वरना आपको मुम्बई पुलिस से निपटना पड़ेगा। निश्चल ने कहा हमारे पास केवल एक सिम है। सुमित ने कहा हमारे पास आपका पूरा रिकॉर्ड है। आधार कार्ड, पैन कार्ड जिससे सिम खरीदी गई है। आपने यदि राशि की व्यवस्था नहीं की तो मुसीबत में फंस जाएंगे।

अपने कमरे में जाइए, हाथ उठाइए

फोन करने वाले ने कहा, आप इस समय परिवार के साथ हैं। अपने कमरे में जाइए। निश्चल ने ऐसा ही किया। अब उधर से वीडियो कॉल आया। निर्देश मिले, हाथ ऊपर कीजिए। निश्चल ने ऐसा ही किया लेकिन सामने बैठे पापा पर नजरें जमी रहीं। फोन करने वाला ताड़ गया कि कमरे में कोई और है। उसने फोन काट दिया।

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