5 नहीं अब 7 से 14 फरवरी तक बंद रहेगा समग्र पोर्टल

मिरर सर्वर बनाया: लोकसेवा केंद्र चलेंगे, खसरा-खतौनी की नकल, आय-जाति प्रमाण पत्र दस्तावेज उपलब्ध हो सकेंगे

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नए आईडी, नाम जोड़ने-हटाने का काम नहीं हो पाएगा

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। समग्र एप्लीकेशन पोर्टल और उससे संबंधित अन्य सभी एप्लीकेशनों को नए सर्वर इंफ्रा (एसडीसी 2.0) पर माइग्रेट किया जा रहा है। इसके चलते 7 फरवरी रात 8 बजे से 14 फरवरी रात 8 बजे तक समग्र पोर्टल और उससे संबंधित एप्लीकेशनों को पूरी तरह बंद रखा जाएगा।

इसके बावजूद लोगों के काम नहीं रुकें, इसे ध्यान में रखते हुए मिरर सर्वर की व्यवस्था की गई है। इसका फायदा यह होगा कि इन सात दिनों में पहले से बने हुए समग्र के आधार पर पेंशन और स्कॉलरशिप जैसे काम नहीं रुकेंगे। इसका मतलब यह है कि सर्वर पर पहले से मौजूद रिकॉर्ड के आधार पर बनने वाले दस्तावेज, जैसे खसरा-खतौनी की नकल, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और मूल निवासी जैसे दस्तावेज उपलब्ध कराए जा सकेंगे। हालांकि, कोई नया दस्तावेज, जैसे जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण आदि नहीं बनाए जा सकेंगे। इसके अलावा, नया समग्र आईडी, समग्र आईडी में नया नाम जोड़ना या पुराना नाम हटाने जैसे काम इस दौरान नहीं हो पाएंगे।

मिरर सर्वर बनाने के लिए दो दिन लिए

प हले समग्र एप्लीकेशन पोर्टल को माइग्रेट करने का काम 5 फरवरी से 10 फरवरी तक किया जाना था। 6 दिन तक समग्र को पूरी तरह बंद रखने की योजना थी। ऐसे में लोगों को अधिक परेशानी होती। इसी को ध्यान में रखते हुए मिरर सर्वर की व्यवस्था की गई है ताकि अधिक से अधिक सेवाओं को जारी रखा जा सके। मिरर सर्वर तैयार करने के चलते ही योजना को दो दिन आगे बढ़ाया गया है।

माइग्रेशन का यह होगा फायदा

दावा किया गया है कि समग्र एप्लीकेशन पोर्टल माइग्रेट होने से इसकी क्षमता में इजाफा होगा। यह पहले की तुलना में और बेहतर काम करेगा। नए सर्वर सेटअप में सुरक्षा पहले के मुकाबले और बेहतर होगी। एडवांस इनक्रिप्शन स्टैंडर्ड्स और मजबूत फायरवॉल होने से बेहतर एप्लीकेशन और डाटा सुरक्षा मिलेगी।

सिर्फ समग्र के काम नहीं होंगे

समग्र एप्लीकेशन पोर्टल को माइग्रेट किया जा रहा है। इसके लिए सात दिन तक इसे बंद रखा जाएगा। लोगों के काम नहीं रुकें, इसके लिए मिरर सर्वर की व्यवस्था की गई है। ऐसे में सिर्फ समग्र से जुड़े काम नहीं होंगे, बाकी काम होते रहेंगे।
आशीष वशिष्ठ, प्रबंध संचालक, एमपी एसईडीसी

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