लाउडस्पीकर बढ़ गए, डीजे का शोर भी ज्यादा
उज्जैन। मध्यप्रदेश की सरकार ने पहली कैबिनेट में प्रदेशभर के सभी धार्मिक स्थालों पर लगे लाउडस्पीकर की संख्या अधिकतम दो करने के निर्देश दिए थे। इसके साथ डीजे का शोर कम करने और खुले में मांस पर पाबंदी लगा दी थी। शहर में बड़े स्तर पर कार्रवाई शुरू की गई। सबसे पहले नगर निगम अमले ने शहर भर में खुले में अभक्षण सामग्री (मांस-अंडा) बेचने वाले दुकानदारों को नोटिस, समझाइश और चेतावनी दी। कलेक्टर के निर्देश पर धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर उतरवाए गए। इनकी संख्या 2 या उससे कम की गई।
नगर निगम का अमला थोड़ा शिथिल क्या हुआ, शहर में जगह-जगह खुले में अभक्षण सामग्री बिकने लगी है। निगम ने आदेश के प्रारंभ में नोटिस, समझाइश और चेतावनी देने को छोड़ दिया जाए,तो किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इधर सार्वजनिक रूप से लाउड स्पीकरों की संख्या फिर से दो ज्यादा हो गई है। डीजे भी मनमानी पर उतर आए हैं। यह हालात तब हैं जब ने इसको लेकर स्पष्ट निर्देश दिए थे।
कम वॉल्यूम का वादा था
शहरी क्षेत्र के कई धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर पूरी तरह निकाल दिए गए थे। धार्मिक स्थलों के प्रमुखों और डीजे संचालकों को समझाया गया था। लाउड स्पीकरों पर तय मापदंड अनुसार वॉल्यूम का वायदा किया था। डीजे में सिर्फ दो बॉक्स लगाने की अनुमति है। उनका भी वॉल्यूम भी तय गाइडलाइन में रखना था। इसके लिए डीजे संचालक सहमत हो गए थे, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। अब लाउडस्पीकर बढ़ गए, डीजे का शोर भी ज्यादा हो गया है।
थाना स्तर पर हो निगरानी… जनता से भी फीडबैक लेते रहें
जिस तरह से धार्मिक स्थलों पर लाउड स्पीकर की संख्या और वॉल्यूम करने की बात है तो थाना स्तर पर पुलिस को लगातार निगरानी करना चाहिए। इसके साथ ही समय-समय पर धार्मिक स्थलों के आसपास रहने वाले लोगों से भी फीडबैक लेते रहना चाहिए। इसके साथ ही डीजे संचालकों के साथ ही आयोजकों की जिम्मेदारी भी तय करना होगा। इस पर सख्ती से कार्रवाई करना होगा। खुले में मांस बिकने को लेकर लगातार सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए। इस तरह की दुकानों को सख्ती से हटाते हुए व्यवस्थित करने के प्रयास किए जाना चाहिए।
नियम को तोड़कर खुले में मांस-मछली बेचने की शिकायतें मिली है। निगम जल्द ही व्यापक कार्ययोजना बनाकर बड़ी कार्रवाई करेंगा।
संजेश गुप्ता,उपायुक्त नगर निगम उज्जैन