महाकाल मंदिर में कर्मचारियों के लिए अब रोटेशन सिस्टम

दर्शन के नाम भ्रष्टाचार रोकने की कवायद

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आरएफआईडी बैंड से दर्शन व्यवस्था पर 5 जनवरी बाद मंथन

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर होने वाले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए महाकाल मंदिर प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए कर्मचारियों के बीच रोटेशन सिस्टम अनिवार्य किया जाएगा। इससे एक जगह कोई कर्मचारी लंबे समय तक काम नहीं कर सकेगा। नए साल के पहले हफ्ते में रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिटी (आरएफआईडी) बैंड से दर्शन व्यवस्था पर 5 जनवरी के बाद मंथन किया जाएगा।

देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल मंदिर में बढ़ते भ्रष्टाचार में कर्मचारियों की लिप्तता सामने आने के बाद महाकाल मंदिर प्रबंध समिति सिस्टम को सुधारने की कवायद में भी जुट गई है। पुलिस रिमांड पर लिए गए सभा मंडप प्रभारी राजेंद्रसिंह सिसौदिया, आईटी सेल प्रभारी राजकुमार, सत्कार प्रभारी अभिषेक भार्गव तथा भस्मारती प्रभारी रितेश शर्मा लंबे समय से एक ही जगह पदस्थ थे।

प्रशासन इसकी जांच भी करेगा कि मंदिर में कर्मचारियों किए रोटेशन का सिस्टम लागू क्यों नहीं किया जा सका। सूत्रों के अनुसार महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरजकुमार सिंह ने प्रभारी प्रशासक और एडीएम अनुकूल जैन को रोटेशन सिस्टम से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही इस सिलसिले में मंदिर की व्यवस्था तय की जा सकती है।

आरएफआईडी बैंड की व्यवस्था की तैयारी

महाकाल मंदिर में भस्मारती दर्शन की तरह दर्शन के लिए भी आरएफआईडी बैंड की व्यवस्था लागू करने की तैयारी चल रही है। कलेक्टर सिंह इस सिलसिले में नए साल के पहले हफ्ते में बैठक बुला सकते हैं। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में भी इस प्रस्ताव को रखा जा सकता है।

रोटेशन सिस्टम लागू होगा

महाकाल मंदिर में पारदर्शी व्यवस्था के लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं। इस कड़ी में रोटेशन सिस्टम जल्द लागू होगा।-नीरजकुमार सिंह, कलेक्टर

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