अब 10,500 अंकों के लिए होगी जंग, सुबह मीटिंग लेकर निगमायुक्त ने अफसरों को चेताया

स्वच्छता को बनाना होगा स्वभाव और संस्कार, सिटीजन फीडबैक के अंक अब 500 से बढ़कर 1000 हुए
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उज्जैन। स्वच्छता सर्वेक्षण की नई गाइडलाइंस और टूलकिट जारी होने के बाद नगर निगम पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है। सोमवार सुबह 7 बजे ग्रांड होटल पर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने अधिकारियों की वन-टू-वन मीटिंग कर शहर की सफाई व्यवस्था और बेहतर बनाने के लिए प्लान किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार सर्वे की थीम स्वच्छता : स्वभाव और संस्कार पर केंद्रित है, जिसके लिए सभी को अलर्ट मोड पर रहकर काम करना होगा।

3 शिफ्ट में होगी सफाई
उज्जैन की धार्मिक महत्ता को देखते हुए निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रतिदिन आने वाले हजारों श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए शहर के सभी सार्वजनिक और सुलभ शौचालयों की दिन में 3 बार शिफ्ट के अनुसार धुलाई की जाए। जहां मरम्मत, या वॉल पेंटिंग की जरूरत है, उनकी सूची बनाकर उसे भी पूरा करें।
सेग्रिगेशन पर सख्ती
कचरा संग्रहण को लेकर आयुक्त ने दोहरी नीति अपनाने के निर्देश देते हुए कहा कि जो रहवासी कचरा अलग-अलग दे रहे हैं, उनका सम्मान किया जाए। बार-बार समझाइश के बाद भी जो लोग मिक्स कचरा दे रहे हैं, उन पर सख्ती बरतते हुए चालान बनाए जाएं।
रात में भी निरीक्षण करना होगा
मीटिंग में निगमायुक्त ने आदेश दिया कि अधिकारी केवल सुबह ही नहीं, बल्कि रात में भी निरीक्षण के लिए निकलेंगे। आईईसी एजेंसी के साथ मिलकर गली-मोहल्लों में स्वच्छता संवाद के माध्यम से जन-जागरूकता बढ़ाएंगे। जोनल अधिकारियों को अपनी प्रत्येक गली का निरीक्षण कर कमियां दूर करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अपर आयुक्त संतोष टैगोर, पवन कुमार सिंह, संदीप शिवा, पुनीत शुक्ला, उपायुक्त योगेंद्र सिंह पटेल, संजेश गुप्ता सहित सभी जोनों के सहायक आयुक्त उपस्थित थे।
अब सर्वे में सिटीजन फीडबैक बढ़ा
स्कोर कार्ड- मुख्य सर्वे का कुल स्कोर अब 10,000 से बढ़ाकर 10,500 कर दिया गया है।
जनता की राय- सिटीजन फीडबैक के अंक 500 से बढ़ाकर 1000 कर दिए गए हैं, यानी शहर की रैंकिंग में अब जनता की संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण होगी।









