पुराने पेड़ों ने रोका फिलहाल कोठी रोड फोरलेन का काम

By AV News

वीर भारत संग्रहालय की जमीन फाइनल होने के बाद शुरू होगा निर्माण

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कोठी रोड को फोरलेन बनाने का प्रोजेक्ट फिलहाल प्रशासन ने ठंडे बस्ते में रख दिया है। इस फोरलेन की राह में पुराने पेड़ आ रहे हैं, जिसको लेकर पर्यावरण प्रेमियों का विरोध भी सामने आ गया है। यह चाहते हैं फोरलेन के लिए पुराने पेड़ों की बलि न ली जाए।

बहरहाल, प्रशासन ने प्रोजेक्ट को अभी इसलिए रोक दिया है, क्योंकि वीर भारत संग्रहालय की योजना को हरी झंडी मिल चुकी है और इस प्रोजेक्ट में कितनी जमीन लगेगी, इसको लेकर अनिर्णय की स्थिति है। सूत्रों के अनुसार लोक निर्माण विभाग ने सर्वे के बाद काम रोक दिया है। कोठी पैलेस को करोड़ों रुपए खर्च कर वीर भारत संग्रहालय के रूप में विकसित करने की योजना बन रही है।

यह दुनिया का पहला ऐसा संग्रहालय होगा, जिसमें भारत के इतिहास की झलक एक जगह देखी जा सकेगी। इस योजना का प्रजेंटेशन भी हो चुका है, जिसमें यह बात भी सामने आई है कि इसके लिए ज्यादा जमीन की जरूरत पड़ सकती है। इस कारण प्रदेश सरकार तक यह बात भी पहुंची है कि फोरलेन करने से योजना प्रभावित हो सकती है।

पेड़ों को सहेजकर हैरिटेज रोड बनाया जाए

कोठी रोड को फोरलेन करने की जगह दोनों ओर लगे पेड़ों को सहेजकर इस रोड को संग्रहालय का हिस्सा बनाया जाए। इस योजना पर भी मंथन किया जा रहा है। इससे पेड़ भी काटना नहीं पड़ेंगे और पर्यावरण प्रेमियों की नाराजी भी सामने नहीं आएगी। सूत्रों के अनुसार भोपाल में वीर भारत संग्रहालय के प्रोजेक्ट पर 9 अक्टूबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में चर्चा हो सकती है। इसमें प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन भी आर्किटेक्ट द्वारा दिया जाएगा। इस बैठक में संग्रहालय को लेकर महत्वपूर्ण फैसले हो सकते हैं। इस कारण प्रशासन ने प्रोजेक्ट अभी रोक दिया है।

फोरलेन की जरूरत नहीं
कोठी पैलेस से तरणताल तक कोठी रोड को फोरलेन करने का जिम्मा शासन ने लोक निर्माण विभाग को सौंपा है। विभाग ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है, लेकिन सर्वे में यह बात सामने आई है कि बिना पेड़ों को काटे रोड का काम नहीं किया जा सकता। शहर के लोगों का कहना है कि इसे फोरलेन करने की जरूरत भी नहीं है। सिंहस्थ में भी यहां उतनी भीड़ नहीं होती।

अभी रोका है प्रोजेक्ट
यह सही है कि कोठी रोड को फोरलेन बनाने का प्रोजेक्ट अभी रोका है। वीर भारत संग्रहालय प्रोजेक्ट फाइनल होने के बाद इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
नीरजकुमार सिंह, कलेक्टर

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