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अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती पर मुख्यमंत्री ने दशहरा मैदान पर किया समारोह का शुभारंभ, 15वें अध्याय का पाठ किया

हर स्कूल बैग में होना चाहिए गीता ग्रंथ, बच्चों के मार्गदर्शन के लिए जरूरी-सीएम

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उज्जैन। श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली से सोमवार को एक बार फिर गीता का संदेश दिया गया। दशहरा मैदान पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का शुभारंभ करते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने आह्वान किया कि हर बच्चे के स्कूल बैग में गीता ग्रंथ जरूर होना चाहिए। हमारी नई पीढ़ी को गीता के मार्गदर्शन की सख्त जरूरत है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी नई शिक्षा नीति में इस अवधारणा का प्रयास किया है। नई नीति में श्रीकृष्ण और गीता ज्ञान को पाठ्यक्रम में जोड़ा है। जो हमारे लिए गर्व की बात है।

सीएम सुबह करीब ९ बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और अपने २० मिनट के संबोधन में उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की राजनीति, शिक्षा नीति और गीता ज्ञान पर अद्भुत तर्कसंगत बातें कहीं। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने अपना राजपाट कभी वंशजों को नहीं सौंपा, अपने सेना उन्होंने कौरवों को देकर खुद धर्म के पक्ष में खड़े रहे, यह उनकी स्पष्ट दूरदर्शिता का जीवंत उदाहरण है।

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फिर गीता के माध्यम से उन्होंने पूरे विश्व को कर्म की प्रधानता समझाई। गीता सिर्फ पवित्र ग्रंथ नहीं, बल्कि हमारे लिए सबकुछ है। गीता हमें किसी के प्रति गलत भाव नहीं सिखाती, बल्कि सच्चाई के साथ खड़े रहने का संदेश देती है। गीता से बढक़र हमारे लिए कुछ नहीं है। इसी कारण हम पूरे प्रदेश में गीता जयंती उत्सव मना रहे हैं। हर शहर में गीता भवन की स्थापना करने जा रहे हैं। ताकि हमारी अगली पीढ़ी भी गीता से मार्गदर्शन लेती रहे।

15वें अध्याय का सस्वर पाठ

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प्रारंभ में दशहरा मैदान पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्वलित कर किया। वेदवाठियों के स्वस्ति वाचन के साथ सीएम का स्वागत वीर भारत संग्रहालय के न्यासी श्रीराम तिवारी ने किया।

इसके उपरांत, संतगण, आचार्यों के सान्निध्य में गीता पाठी बटुकों ने एक साथ श्रीमद् भगवद गीता के 15वें अध्याय का सस्वर पाठ किया। यह सामूहिक आयोजन केवल उज्जैन तक सीमित नहीं था। पूरे प्रदेश में करीब ३ लाख से अधिक गीता पाठी और आचार्यों ने और उज्जैन में 10 हजार ने ऑनलाइन जुडक़र पाठ किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संतजन व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

तीन दिन होंगे कई कार्यक्रम

मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग एवं वीर भारत न्यास के संयुक्त तत्वावधान में दशहरा मैदान पर ३ दिंसबर तक शाम 7 बजे भारतीय दर्शन, कला और अध्यात्म आधारित अनूठी प्रस्तुति होंगी।

1 दिसंबर : फिल्म और टेलीविजन जगत की प्रतिष्ठित हस्ती पुनीत इस्सर के निर्देशन में भव्य नृत्य नाटिका जय श्री कृष्णा – गीता सार होगा। अर्जुन के मोह से लेकर श्रीकृष्ण के उपदेश पर आधारित यह प्रस्तुति रहेगी।

2 दिसंबर: नई दिल्ली की प्रसिद्ध कवयित्री वैष्णवी शर्मा की काव्य प्रस्तुति, मोहित शेवानी की कृष्णायन कथा वाचन होगा।

3 दिसंबर: उमेश तरकसवार के मार्गदर्शन में भरतनाट्यम (श्वेता देवेन्द्र), कथक (क्षमा मालवीय) और मोहिनीअट्टम (कविता शाजी) का अद्वितीय समन्वय होगा।

इसके बाद बैंगलुरु के डॉ. सलाउद्दीन पाशा की विशिष्ट प्रस्तुति गीता ऑन व्हील्स मंचित होगी, जिसमें व्हीलचेयर पर नृत्य करने वाले दिव्यांग कलाकार मानसिक शक्ति और सामाजिक समावेशन का प्रेरक संदेश देंगे।

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