अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शहर की प्यास बुझाने वाले गंभीर डेम का कंठ भी अब तेज गर्मी के कारण सूखने लगा है। डेम में केवल 640 एमसीएफटी पानी ही बचा है। राहत की बात यह है कि पिछले साल की तुलना में यह 43 एमसीएफटी ज्यादा है। पानी की बचत के लिए शहर में अभी एक दिन ही पानी की सप्लाई की जा रही।
मंगलवार को उज्जैन दक्षिण क्षेत्र में पेयजल की सप्लाई की गई। इस दौरान किसी तरह की शिकायत सामने नहीं आई। दक्षिण के साथ उज्जैन उत्तर के कुछ क्षेत्रों को भी पानी प्रदाय किया गया। शहर में पड़ रही तेज गर्मी के कारण गंभीर डेम का जल स्तर भी तेजी से कम हो रहा है। डेम में सोमवार सुबह 8 बजे तक केवल 643 एमसीएफटी पानी बचा था। इसमें से भी 543 एमसीएफटी पानी ही उपयोग किया जा सकेगा क्योंकि करीब 100 एमसीएफटी पानी डेड स्टोरेज के रूप में रहता है। डेम सूखने पर चैनल कटिंग के माध्यम से भी लोगों को पेयजल प्रदाय किया जा सकेगा। डेम से मई माह तक लोगों को आसानी से पानी पिलाया जा सकेगा। जून में स्थिति गड़बड़ा सकती है। गंभीर डेम में पिछले साल 28 अप्रैल तक 595 एमसीएफटी पानी ही शेष था। इस हिसाब से इस बार करीब 40 एमसीएफटी पानी डेम में ज्यादा है।
पाइपलाइन ठीक कराई लेकिन पानी बेकार बहने पर खामोशी
साहिबखेड़ी प्लांट की पेयजल प्रदाय लाइन फूटने से हजारों लीटर पानी बेकार बह गया। पीएचई ने हाईवे का काम कर रही कंपनी से लाइन तो ठीक करा ली लेकिन पानी बेकार बह जाने की भरपाई नहीं की जबकि पेयजल संकट की स्थिति बनने पर एक एक बूंद पानी की कीमत ज्यादा है।