फोन पर ओटीपी पूछा और खाते से रकम हो गई गायब

आर्थिक रूप से सक्षम लोगों को ठगने के बाद अब साइबर ठग ने गर्भवतियों को बनाया निशाना
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उज्जैन। साइबर ठगी के अब तक कई मामले देखने और सुनने में आए हैं जिसमें बदमाशों ने आर्थिक रूप से संपन्न लोगों को चूना लगाया है। अब एक ऐसा मामला भी आया है कि जिसमें बदमाश ने अपने आपको महिला बाल विकास अधिकारी और आंगनवाड़ी सुपरवाई बनकर गर्भवती महिलाओं को निशाना बनाया। इस बदमाश ने लालच दिया और उनके खाते से राशि निकाल ली। महिलाओं से बाकायादा आटोपी पूछी गई और योजना को अंजाम दे दिया।
जानकारी के अनुसार करीब एक दर्जन से ज्यादा गर्भवती महिलाओं के साथ ऑनलाइन ठगी हुई है। साइबर ठग ने महिलाओं को फ़ोन लगाकर उनके अकाउंट में डिलीवरी के लिए राशि डालने का झांसा दिया और खाते में बैलेंस चेक करने के लिए लिंक भेज दी। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार महिलाओं ने जैसे ही खाते में राशि चेक करने के लिए लिंक पर क्लिक किया, वैसे ही 4 हज़ार से लेकर 21 हज़ार रुपए तक की राशि खाते से निकाल ली गई। साइबर ठगी का शिकार हुई महिलाएं पुलिस कंट्रोल रूम में शिकायत करने पहुंचीं। उन्हें बताया गया कि यह सामान्य ठगी नहीं है। इसकी शिकायत साइबर ऑफिस में की जाए।
ऑनलाइन जानकारी भरी जाती है
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ज्योति जायसवाल ने बताया कि उसने कऱीब चार दिन पहले एक दर्जन से अधिक गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार बांटा था। नियम अनुसार, महीने में गर्भवती महिला को पोषण आहार चार बार ही दिया जाता है। इसके लिए एक ऐप के माध्यम से गर्भवती महिला की फोटो निकालकर ऑनलाइन जानकारी भरी जाती है। इसके बाद उस महिला के मोबाइल पर ओटीपी आता है। ओटीपी कन्फर्म हो जाने के बाद उन्हें पोषण आहार दे दिया जाता है।
पांच दिन में 12 से ज्यादा से की ठगी
स्थानीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की अध्यक्ष उम्मीद तोमर को जब पता चला कि शहर में गर्भवती महिलाओं के साथ ठगी की जा रही है तब उन्होंने सबसे पहले यह पता लगाया कि कितनी महिलाओं के साथ यह वारदात हुई है। इसके बाद उन्होंने सभी को पुलिस कंट्रोल रूम बुलाया। यहां उन्होंने बताया कि, ज्योति के आहार बांटने के बाद सभी महिलाओं को एक फ़ोन आया। उसने बताया कि आपके खाते में पोषण आहार की राशि भेजी है, अपना अकाउंट चेक कर लो। जैसे ही महिलाओं ने अकाउंट चेक किया, सभी के अकाउंट ख़ाली कर दिए गए। इनमें से कुछ के 4 हज़ार से लेकर 21 हज़ार रुपए तक की राशि निकाली गई। बीते पांच दिनों में करीब एक दर्जन से अधिक गर्भवती महिलाओं की राशि उनके खाते से साइबर ठगों ने निकाल ली। सभी महिलाओं ने शिकायत साइबर ऑफिस में की है।
दो बार खाते से राशि निकाली
गर्भवती दीपा ने बताया कि उसके पास फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा कि डिलीवरी के लिए राशि आपके खाते में जमा कर दी है, आप एक बार देख लो। जैसे ही राशि चेक की, तो मेरे अकाउंट से 4 हजार रुपए कट गए। जब उससे राशि कटने की बात कही, तो उसने कहा, मैं पासकोड देता हूं, डाल देना, वापस आ जाएंगे। इसके बाद मैंने जैसे ही पासकोड डाला, तो फिर मेरे 5500 रुपए कट गए। महिलाओं ने अपनी शिकायत दर्ज करवा दी है, लेकिन उस बदमाश का कोई पता नहीं चला है। अब तक शहर साइबर ठगी के कई केस हो गए लेकिन पुलिस उन ठगों तक नहीं पहुंच सकी है।