श्वेतांबर जैन समाज के पर्युषण पर्व, मंदिरों में की गई आकर्षक साज सज्जा व लाइटिंग

By AV NEWS

तप-आराधना के साथ जिनालयों में प्रभु भक्ति का दौर प्रारंभ

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। श्वेतांबर जैन समाज के 8 दिवसीय पर्वाधिराज पर्युषण पर्व शनिवार से प्रारंभ हुए। मंदिरों में प्रतिदिन भक्तामर पाठ, स्नात्र पूजन, प्रवचन एवं सामूहिक प्रतिक्रमण सहित अन्य धार्मिक क्रियाओं का दौर प्रारंभ हो गया। सभी मंदिरों में आकर्षक साज सज्जा व लाइटिंग की गई है। पर्युषण की अवधि में समाजजन कठोर नियमों का पालन कभी करेंगे।

पर्युषण पर अंतर्गत शहर के सभी श्वेतांबर जैन मंदिरों में धार्मिक आयोजन एवं कल्पसूत्र, बारसा सूत्र का वाचन होगा। खाराकुआं स्थित सिद्धचक्र केसरिया नाथ महातीर्थ पर चातुर्मास हेतु विराजित साध्वी अमितगुणाश्री कि मिश्रा में पर्युषण पर्व भक्तिभाव से मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रतिदिन सुबह 7 बजे भक्तामर पाठ, स्नात्र पूजन अभिषेक, 9 बजे से विशिष्ट प्रवचन एवं 7:30 बजे सामूहिक प्रतिक्रमण एवं प्रभु भक्ति के कार्यक्रम होंगे। श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी ट्रस्ट के सचिव नरेंद्र जैन एवं डॉ. राहुल कटारिया के अनुसार 2 सितंबर को साध्वीश्री को भेंट करने के चढ़ावे होंगे।

3 सितंबर से कल्पसूत्र का वचन शुरू होगा। 5 सितंबर को प्रात: 10 बजे से प्रभु का जन्म वाचन मानेगा। 6 सितंबर को बारसा सूत्र का वाचन आरंभ होगा। 7 सितंबर को संवत्सरी पर्व, सामूहिक चैत्यपरिपाटी निकेलगी। प्रतिक्रमण में सभी समाजजन एक दूसरे से क्षमायाचना करेंगे। इसी प्रकार पर्युषण के अवसर पर आचार्य विजय हीरसूरिश्वर जैन बड़ा उपाश्रय में अनेक कार्यक्रम होंगे। इसमें ३१ अगस्त को अष्टाह्नि का व्याख्यान ३ सितम्बर को कल्पसूत्र वाचन, ४ सितम्बर को श्री महावीर स्वामी जन्मवाचन, ७ सितम्बर को वारसासूत्र वाचन, चैत्यपरिपाटी एवं संवत्सरी का आयोजन होगा। इसके साथ ही प्रतिदिन भगवान की अंगरचना भी की जाएगी।

यहां विराजित है जैन संत-साध्वी

चार्तुमास के अवसर पर शहर के अनेक श्वेतांबर जैन स्थानक में जैन संत-साध्वी विराजमान है। महावीर भवन नमकमंड़ी स्थानक में जिनेंद्र मुनि, अतिशय मुनि, गिरीश मुनि, सुलभ मुनि, जिनांश मुनि, अनिश मुनि, संजीव मुनि, श्रेयांस मुनि विराजित है। श्री सुभाष नगर स्थानक में महासत्ती सौभाग्यवती, श्री सिद्धचक्र केसरियानाथ आराधना तीर्थ पेढ़ी खाराकुआं में साध्वी अमितगुणाश्री, श्री हीरविजय सूरि बड़ा उपाश्रय खाराकुआं में साध्वी जिनकीर्तिश्री,साध्वी देशनाकीर्तिश्री, श्री श्रेयांसनाथ राजेंद्रसूरि ज्ञान मंदिर नयापुरा में साध्वी डॉ.अमृतरसाश्री,साध्वी निरागररसाश्री, जिनांगरसाश्री और श्री चौमुखा पाश्र्वनाथ जिनालय सुभाष नगर में साध्वी चारूधर्माश्री आदि ठाणा विराजित है।

इन नियमों का पालन किया जाएगा

पर्यूषण पर्व के अवधि में अधिकांश जैन धर्मावलंबी गर्म जल के तीन से लेकर आठ उपवास, आयंबिल आदि तप करेंगे। वहीं बैगर तप वाले हरी सब्जियों का पूर्णत: त्याग रखेंगे। यूं तो जैन धर्म में रात्रि भोजन का हमेशा ही त्याग है लेकिन जो लोग इसका पालन नहीं करते वह भी पर्व की अवधि में रात्रि भोजन नहीं करेंगे। इसके साथ ही प्रतिदिन प्रतिक्रमण, पौषध क्रिया (साधु जीवन) एवं अन्य कठोर नियमों का पालन होगा।

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