पशुपति पारस का मोदी कैबिनेट से इस्तीफा

कहा- नाइंसाफी हुई
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पटना। बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे पर मचे सियासी घमासान के बीच केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ नाइंसाफी हुई है।
वे हर हाल में हाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, चाहे इसके लिए किसी भी गठबंधन में जाना पड़े।बता दें, एक दिन पहले हुए एनडीए के सीटों के बंटवारे में लोक जनशक्ति पार्टी के पशुपति पारस धड़े को एक भी सीट नहीं दी गई, जबकि रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान को 5 सीट दी गई है। इसके बाद से पशुपति पारस नाराज बताए जा रहे थे।अब तय माना जा रहा है कि हाजीपुर सीट पर चाचा और भजीते का मुकाबला होगा।
सीटों के बंटबारे के अनुसार, लोकसभा की 40 सीटों वाले बिहार में भाजपा सबसे ज्यादा 17 सीटों पर लड़ेगी। जदयू को 16 और लोजपा (रामविलास) को पांच सीटें मिली हैं। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) को एक-एक सीट मिली हैं।
तीन वर्ष पहले रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा को तोड़कर केंद्र में मंत्री बनने वाले पशुपति कुमार पारस खाली हाथ रह गए। भतीजा चिराग पासवान अबकी बार उन पर भारी पड़ गया। पार्टी में टूट के बाद हुए नुकसान की भरपाई करते हुए चिराग ने अपने पिता की परंपरागत सीट हाजीपुर को वापस ले लिया, जिसके बाद पारस का राजग से रिश्ता टूट गया।