यात्री बसें बनी मालवाहक, नेशनल परमिट की शर्तों का भी उल्लंघन

उज्जैन से गुजरने वाली 200 से अधिक बसों का मुख्य काम स्टेज कैरिज और गुड्स कैरियर
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आरटीओ सख्ती करे तो इंदौर-भोपाल जैसी गंभीर अनियमितताएं आ सकती हैं सामने
उज्जैन में अभियान के पहले दिन 42 बसें चैक-6 जब्त, पांच से 1.55 लाख रु. जुर्माना वसूला
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। इन दिनों मुख्यमंत्री के निर्देश पर परिवहन विभाग पूरे प्रदेश में यात्री व स्कूल बसों के चैकिंग अभियान में जुटा है। इंदौर-भोपाल में परिवहन विभाग ने कई यात्री बसों को नेशनल परमिट का उल्लंघन मिला। बसों से गुड्स कैरियर हो रहा था। इसके अलावा और भी कई अनियमितताएं मिली, जिसके आधार पर अभियान शुरू होने के दो दिन पहले ही इंदौर और भोपाल के आरटीओ ने ऐसी बसों पर नकेल कस दी। उज्जैन में भी ऐसे ही अभियान की जरूरत है।
उज्जैन से होकर करीब 200 से अधिक लंबी दूरी की बसें गुजरती हैं। ये बसें राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी, उत्तरांचल राज्य के प्रमुख शहरों के अलावा दिल्ली, गोवा आदि शहरों के लिए जाती हैं। इनमें से अधिकतर बसों का शुरुआती शहर उज्जैन नहीं है वे सिर्फ उज्जैन से होकर गुजरती हैं। शाम ६ से सुबह १० बजों तक इन बसों का यहां से आना जाना होता है।
नेशनल परमिट का उल्लंघन
इन बसों के पास यात्री परिवहन का नेशनल परमिट होता है। जिसके नियमों के मुताबिक बसें परमिट के मुताबिक इन्हेें सफर की शुरुआत से अंतिम शहर तक ही यात्रियों के परिवहन का अधिकार है। यात्रा मार्ग के अन्य शहरों के बीच यात्रियों को टिकट लेकर यात्रा कराने का अधिकार इन्हें नहीं है। ये अधिकार सिर्फ स्टेज कैरिज परमिट वाहनों को होता है। इसे ऐसे भी समझा जा सकता है किसी बस के पास अगर इंदौर से ग्वालियर का नेशनल परमिट है तो वो उज्जैन से इंदौर, या फिर शाजापुर या अन्य शहरों के यात्रियों को बस में नहीं ले जा सकता है। उन्हें इंदौर से ग्वालियर के बीच ही यात्रा का अधिकार है। जबकि उज्जैन से गुजरने वाली सभी बसों में धड़ल्ले से नेशनल परमिट की शर्तों का उल्लंघन होता है।
गुड्स कैरियर मुख्य काम, छत और बेसमेंट सामान से फुल
लगभग सभी यात्री बसें गुड्स कैरियर का काम कर रही हैं। बसों की छत के साथ-साथ इन्होंने बेसमेंट में भी सामान रखने के लिए डिक्की बना ली है। इसके जरिए सभी तरह का सामान एक-दूसरे शहर ट्रांसपोर्ट हो रहा है। सामान लोडिंग-अनलोडिंग के कारण कई बार ये बसें असुरक्षित स्थानों पर लंबे समय तक खड़ी रहती हैं। ओवरलोडिंग के कारण पिछले दिनों दुर्घटनाएं भी हुई हैं। इस बाबत आरटीओ संतोष मालवीय से चर्चा के लिए लगातार संपर्क करने का प्रयास किया गया।
परिवहन विभाग ने सोमवार को देवासगेट, नानाखेड़ा बस स्टैंड, शांति पैलेस और श्री चिंतामण मंदिर मार्ग पर यहां से गुजरने वाली लंबी दूरी की कई यात्री बस की चैकिंग की। दोपहर बाद शुरू हुए अभियान में रात तक करीब 42 बसें टीम ने चैक की। जिसमेें नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने पर 6 बस को जब्त किया गया, जबकि पांच बसों से 1 लाख 55 हजार का जुर्माना वसूला गया है।
डे टू डे चैकिंग शेड्यूल दिया है सरकार ने
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पिछले दिनों हुई सडक़ दुर्घटनाओं के बाद पूरे प्रदेश में यात्री बसों के चैकिंग के निर्देश दिए। सरकार ने निर्देश के साथ डे-टू-डे शेड्यूल भी जारी किया है। शेड्यूल के हिसाब से पहले दिन अमले ने बगैर वैध बीमा-फिटनेस, पीयूसी और परमिट के चल रहे वाहन तथा ऐसे वाहन जिन्होंने कि अग्निशमन सिस्टम, फस्ट एड किट बॉक्स और रेट्रो रिफलेक्टिव टेप को लेकर लापरवाही बरती उन पर कार्रवाई की। 27 सितंबर व 4 अक्टूबर को फिर इन्हीं दस्तावेजों की जांच का अभियान चलेगा। आज 23 सितंबर को बगैर परमिट व एआईटीपी की शर्तों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की चैकिंग व कार्रवाई होगी।