यात्रीगण ध्यान दें… ट्रेन में यात्रा करते समय अपने मोबाइल, पर्स, बैग की रक्षा स्वयं करें

By AV NEWS 1

जीआरपी और आरपीएफ में शिकायत करने पहुंचे लोगों को मिलती सिर्फ सलाह

अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन। रेलवे यात्रियों की सुरक्षा के लिये जीआरपी और आरपीएफ का फोर्स बनाया गया है, लेकिन उक्त फोर्स के अफसर और जवान चोरों के शिकार यात्रियों की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं करते सिर्फ उन्हें सलाह देकर थाने से रवाना कर दिया जाता है। स्थिति यह हो गई है कि रेलवे के एनाउंस सिस्टम में एक टैग लाइन यह भी बजाना चाहिये…यात्रिगण कृपया ध्यान दें… आपके मोबाइल, पर्स, बैग सहित कीमती सामान की रक्षा स्वयं करें।

4 यात्री पहुंचे थाने, किसी को सलाह देकर रवाना किया तो किसी को परिसर में बैठाया : नरेन्द्र सिंह चौहान निवासी त्रिवेणी हिल्स इंदौर रोड़ उनकी पत्नी व बच्चे के साथ नर्मदा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में जबलपुर से उज्जैन की यात्रा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि भोपाल स्टेशन पार करने पर पता चला कि उनकी पत्नी का पर्स नहीं था। पर्स में सोने के झुमके, चांदी की पायल, 3500 रुपये नगद व मोबाइल रखा था। उज्जैन स्टेशन पर ट्रेन पहुंचे तो जीआरपी पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करने को कहा। यहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें सलाह दी कि घटना स्थल भोपाल का है तो वहीं जाकर रिपोर्ट करो अन्यथा ऑनलाइन शिकायत भी हो सकती है।

पुलिस के जवाब से नाराज नरेन्द्र सिंह का कहना था कि इस बार्तव की शिकायत एसपी से करेंगे। शैलेष पिता नंदलाल राणा निवासी बालाघाट का स्वराज एक्सप्रेस के स्लीपर कोच से मोबाइल चोरी हुआ। शैलेष ने बताया कि दिल्ली से नागदा यात्रा करने के दौरान बैग में रखा मोबाइल अज्ञात बदमाश चुराकर ले गया है। पुलिस ने उसे सलाह दी कि घटना स्थल नागदा का है वहीं जाकर रिपोर्ट दर्ज करा दो।

उसका कहना था कि मेरा आवेदन लेकर रीसीप्टि दे दो जिसे दिखाकर दूसरी सिम प्राप्त करना है। अनुराग पटेल पिता रामचंद्र निवासी प्रयागराज कांवड़ लेकर प्रयागराज एक्सप्रेस से उज्जैन आ रहा था। उसका मोबाइल अज्ञात व्यक्ति ने चोरी किया। इसी प्रकार पंकज चंदेरिया पिता जगदीश निवासी बडऩगर का उज्जैन स्टेशन के टिकिट काउंटर के बाहर से बदमाश ने मोबाइल चोरी किया।
पंकज का कहना था कि वह ग्वालियर गया था और उज्जैन स्टेशन आकर सो गया। यहीं पर अज्ञात बदमाश ने पेंट की जेब से मोबाइल निकाला। पंकज ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में चोरी करने वाला बदमाश दिख रहा है लेकिन पुलिस उसे पकडऩे या एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई नहीं कर रही है।

किसी कोच को नहीं छोड़ते चोर

रेलवे स्टेशन परिसर हो, टिकिट विंडो हो या पार्किंग यह सब तो चोरों के निशाने पर हैं लेकिन ट्रेन के जनरल कोच से लेकर फस्र्ट क्लास एसी कोच तक चोर गिरोह यात्रियों को नहीं छोड़ते। बदमाशों द्वारा ट्रेन के सभी कोच में घुसकर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। जबकि रेलवे द्वारा ट्रेन में यात्रियों व उनके सामान की सुरक्षा के लिये आरपीएफ व जीआरपी के जवानों को तैनात किया जाता है।

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