अधर में फ्रीगंज क्षेत्र के नए ओवरब्रिज ब्रिज की योजना

मुख्यालय से हरी झंडी मिलने का इंतजार, टेंडर भी अटका
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन फ्रीगंज में नया ओवरब्रिज बनाने का मामला फिलहाल अधर में पड़ गया है। विभाग ने इसका टेंडर लगाने की तैयारी पूरी कर ली थी, लेकिन मुख्यलाय से हरी झंडी नहीं मिल पाने के कारण टेंडर भी अब तक लगाया नहीं जा सका है। ब्रिज निर्माण के लिए सरकार 91.78 करोड़ रुपए का बजट मंजूर कर चुकी है।

आगामी सिंहस्थ के मद्देनजर फ्रीगंज में नया ओवरब्रिज बनाने की योजना पूर्व की शिवराज सरकार मंजूर कर चुकी है, लेकिन लोक निर्माण विभाग सेतु इसका टेंडर जारी नहीं कर पा रहा है। सूत्रों की मानें तो इसके अलाइनमेंट को लेकर पेच अटक गया है। इसमें बदलाव की तैयारी चल रही है। पिछली सरकार ने इंदिरा गांधी प्रतिमा से चामुंडामाता मंदिर चौराहे तक ब्रिज बनाने की स्वीकृति पीडब्ल्यूडी ब्रिज को दी थी। इसके अनुसार टेंडर लगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी, लेकिन अब यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया है।
फिर लगेगा आचार संहिता का ब्रेक!
विधानसभा चुनाव से पहले इस ब्रिज के निर्माण की अनुमति शासन ने दी थी। बाद में आचार संहिता लागू हो गई, जिससे इसका काम आगे नहीं बढ़ सका। अब लोकसभा चुनाव पास में आ गए हैं और अगले माह आचार संहिता लागू हो जाएगी। इस कारण ब्रिज के काम पर फिर रोक लग सकती है।
हरिफाटक ब्रिज का चौड़ीकरण करेगा नगर निगम
हरिफाटक ब्रिज का चौड़ीकरण भी प्रस्तावित है, लेकिन यह काम पीडब्ल्यूडी ब्रिज की जगह नगर निगम करेगा। इस आशय की फाइल अभी प्रशासन में दौड़ रही है। निगम ने ही चौथी भुजा भी बनाई थी। इस कारण वह इसे चौड़ा करने का काम भी खुद करना चाह रही।
बजट बढऩे के आसार
ब्रिज निर्माण शुरू होने में जितनी देरी होगी, उतना ही बजट बढ़ सकता है। मटेरियल के रेट्स बढऩे से एक नई समस्या खड़ी हो सकती है। इससे रिवाइज एस्टीमेट तैयार करना पड़ेगा।
फ्रीगंज ओवर ब्रिज का चौड़ीकरण प्रस्तावित है। इसकी योजना को प्रशासकीय स्वीकृति भी मिल चुकी है। इसके अलाइनमेंट को लेकर संबंधित विभाग काम कर रहा है।
नीरजकुमार सिंह, कलेक्टर









