लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। अपने डेढ़ घंटे के भाषण में उन्होंने सरकार के काम गिनाए, योजनाओं का बखान किया और विपक्ष पर शायराना अंदाज में प्रहार किया।
भाषण के आरंभ में कहा कि राष्ट्रपति ने अपने दूरदर्शी संबोधन में हमारा और करोड़ों भारतीयों का मार्गदर्शन किया। गणतंत्र के प्रमुख के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक होने के साथ-साथ देश की बेटियों और बहनों के लिए प्रेरक भी है। राष्ट्रपति ने आदिवासी समुदाय का गौरव बढ़ाया है।
आज आजादी के कई वर्षों के बाद आदिवासी समुदाय में गर्व की भावना है और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। यह देश और सदन इसके लिए उनका आभारी है। मैं कल देख रहा था। कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम,समर्थक…उछल रहे थे। और खुश होकर कहने लगे,ये हुई न बात! शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है…अच्छे ढंग से कहा गया है…