दूसरे वाहनों का आवागमन रोकने के लिए पुलिस ने गाड़ी रोड पर लगाई

वाहन मालिक पुलिस से गाड़ी हटाने की गुहार लगाते रहे
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:महाकाल घाटी चौबीस खंबा की गलियों के रास्ते ई रिक््शा, आटो और कार आदि वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है। उक्त वाहनों को रोकने के लिये पाइंट पर यातायात पुलिस की ड्यूटी भी लगाई जाती है, लेकिन उक्त पुलिसकर्मियों की अनदेखी के कारण ड्रायवर अपने वाहन लेकर महाराजवाड़ा स्कूल के सामने, महाकाल थाने की बाउण्ड्री तक अपने वाहन खड़े कर रहे हैं। इसे रोकने के लिये सुबह महाकाल थाना पुलिस ने अपना बोलेरो वाहन बीच रोड़ पर खड़ा कर दिया जिससे दोनों ओर से वाहनों का आवागमन भी रुक गया।

लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हुआ:बताया जाता है कि गलियों में संचालित होने वाली होटलों के संचालक ई रिक्शा, आटो व कारों को अपनी होटलों तक लाते हैं। इन्हें रोकने के लिये पूर्व में नगर निगम की मदद से महाकाल घाटी, चौबीस खंबा मार्ग पर एंगल भी लगाये थे लेकिन लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर उक्त एंगल हटवा दिये।
यातायात थाने के पुलिसकर्मी भी उक्त वाहनों को रोकने में असफल हैं। पुलिस द्वारा यदि वाहन चालकों पर कार्रवाई की जाती है, वाहनों की हवा निकाली जाती है तो होटल संचालक राजनीतिक दबाव बनाते हैं व अफसरों से झूठी शिकायतें कर देते हैं। स्थिति यह है कि थाने के दो पहिया वाहनों का आवागमन भी मुश्किल हो गया है वहीं दूसरी ओर सुबह से रात तक उक्त गलियों में आटो-ई रिक््शा व कार की लाइन लगने से लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। बार-बार समझाईश के बाद भी न तो होटल संचालक समझते हैं और न ही वाहन चालक। इसी कारण सुबह थाने के मोबाइल वाहन को बीच रोड़ पर खड़ा किया गया है।
भैया हमें कार निकालना है…
जिन लोगों ने सड़क किनारे अपनी कारें खड़ी की थीं उन्हें देवदर्शन या होटल से चेकआउट के बाद वापस जाना था। बीच रोड़ पर थाने का मोबाइल वाहन खड़ा था। ड्रायवर और वाहन मालिक थाने पहुंचकर पुलिस से गुहार लगाते नजर आये और कह रहे थे कि हमें कार निकालना है। जब कि ड्रायवर से पूछा कि नो पार्किंग में वाहन कैसे लाये तो उसका कहना था कि हमें होटल संचालक ने कहा था कि होटल में कमरा लोगे तो वाहन पार्किंग नि:शुल्क मिलेगी। हमें नहीं पता था कि यह क्षेत्र नो पार्किंग है।









