जिस हथियार से गोली चली वह अभी तक बरामद नहीं हुआ
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। उन्हेल रोड के सारीबारी गांव के खेत में हुई दशरथ की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अभी उस हथियार को बरामद नहीं कर सकी है जिससे गोलियां चली थी। पुलिस की टीम अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए डेरों पर दबिश दे रही है।
भैरवगढ़ पुलिस के अनुसार दशरथ, ओमप्रकाश और कमल बाइक से मेला देखने के लिए उज्जैन आ रहे थे। रास्ते में लघुशंका के लिए यह तीनों सारीबारी गांव में एक खेत पर रुके। ओमप्रकाश बाइक लेकर सड़क पर खड़ा हुआ था। इसी बीच भेड़ चराने वालों को यह आशंका हुई कि यह दोनों कोई चोर है।
लड़की ने फोन लगाया
डेरे से सरसा नामक लड़की ने सोडंग वालों को फोन लगाया। पुलिस का कहना है कि डेरे वालों के पास सिर्फ एक ही मोबाइल था। इसी से वे लोग एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं। सोडंग वालों ने सरसा का फोन अटेंड नहीं किया तब सुरेश ने फोन लिया और अपने लोगों से बात की। उन्हें बताया कि यहां पर कुछ लोग भेड़ों की चोरी करने के लिए आए हुए हैं। सूचना मिलते ही डेरे के लोग सारीबारी पहुंच गए।
खेत में ही घेर लिया था दोनों को
पुलिस के अनुसार डेरे के लोगों ने कमल और दशरथ को खेत में ही घेर लिया था। कमल पर लाठियों से प्रहार किए गए। वह जान बचाकर सड़क की ओर भागा। उसके सिर से खून बह रहा था। उसने ओमप्रकाश से कहा जल्दी से भागो वरना यह भेड़ वाले हमारी हत्या कर देंगे। ओमप्रकाश ने गाड़ी स्टार्ट की और कमल को सीधा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज ले गया। इधर दशरथ खेत में अकेला फंस गया। उस पर गोली चलाई गई। दो गोली लगने से वह खेत में ही गिर पड़ा। हमलावर मौका देखकर भाग निकले
कई डेरों पर दबिश दी पुलिस टीम ने
भैरवगढ़ टीआई चंद्रिका सिंह यादव ने अक्षरविश्व को बताया कि एक प्रकार से यह अंधाकत्ल था। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के मार्गदर्शन में पुलिस की टीम बनाई गई। इस टीम ने आसपास के सभी डेरों पर दबिश दी। कई गडरियों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया। कोई भी अपना जुर्म इकरार करने को तैयार नहीं था। तब तकनीकी रूप से पूरे मामले की जांच की गई। मोबाइल की लोकेशन देखी गई। उसके आधार पर संतोष और सुरेश को हिरासत में ले लिया। अभी एक आरोपी का और नाम सामने आया है। उसके लिए भी पुलिस टीम लगा दी गई है।