तिलक लगाने वालों पर पुलिस ने की कार्रवाई…

महिलाएं, बच्चे श्रद्धालुओं से करते हैं अभद्रता, अफसरों को भी कुछ नहीं समझते
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर से रामघाट तक सैकड़ों की संख्या में महिला, पुरुषों के अलावा छोटे बच्चे लोगों को तिलक लगाकर रुपए लेते हैं। इनके द्वारा रुपए नहीं देने पर श्रद्धालुओं से अभद्रता भी की जाती है। खास बात यह कि तिलक लगाने वाले पुलिस प्रशासन के अफसरों को भी कुछ नहीं समझते। इसी के चलते सुबह सीएसपी ओ.पी. शुक्ला के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तिलक लगाने वालों के खिलाफ मुहिम चलाई।

शिवरात्रि पर्व की तैयारियों के लिये चारधाम मंदिर क्षेत्र में पहुंचे पुलिस अफसरों की टीम यहां पैदल भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रही थी उसी दौरान तिलक लगाने वाली महिलाएं लोगों को जबरन रोककर तिलक लगाने के बाद रुपए की मांग करते नजर आई।
उक्त महिलाएं अफसरों के सामने ही खड़ी रहीं और लोगों को परेशान कर रही थीं। इसे गंभीरता से लेते हुए एएसपी जयंत राठौर ने सीएसपी कोतवाली ओपी मिश्रा और महाकाल थाना प्रभारी को निर्देश दिये कि मंदिर से लेकर रामघाट तक तिलक लगाने वालों को क्षेत्र से हटाया जाए। यदि महिलाएं तिलक लगाने का काम कर रही हैं तो उनके पतियों को थाने में बैठाकर कार्रवाई करें। सीएसपी मिश्रा सुबह पुलिस टीम के साथ महाकाल मंदिर क्षेत्र में कार्रवाई के लिये पहुंचे।
दर्जनों बच्चे भी लगे हैं इस काम में
तिलक लगाने के काम में महिला, पुरुषों के अलावा दर्जनों बच्चे भी इस काम में लगे हैं। बच्चों ने चर्चा में बताया कि दोपहर की शिफ्ट में स्कूल होता है तो सुबह 5-6 बजे परिजन उन्हें तिलक लगाने के काम पर भेज देते हैं। 4-5 घंटे लोगों को तिलक लगाने पर 200 से 400 रुपए की कमाई हो जाती है। बाजार से चंदन और डिजाइन की फ्रेम खरीदकर थाली में रख लेते हैं और उसे से लोगों को अलग-अलग तरह के तिलक लगाते हैं।
झुंड बनाकर रोकने के बाद मांगते हैं रुपये
तिलक लगाने वाले झुंड बनाकर यात्रियों को रोकते हैं। यह लोग महाकालेश्वर मंदिर के आसपास एकत्रित रहते हैं इसके अलावा हरसिद्धी, चारधाम, हरसिद्धी की पाल, राम मंदिर, रामघाट, रामानुज कोट में भी सक्रिय रहते हैं। जैसे ही बैग लेकर श्रद्धालु दिखते हैं उन्हें रोककर पहले तिलक लगवाने का आग्रह करते हैं और तिलक लगाने के बाद रुपयों की मांग करते हैं। कई बार रुपये नहीं देने पर विवाद कर अभद्रता भी करते हैं।









