राजमाता माधवी राजे सिंधिया पंचतत्व में विलीन

सिंधिया राजघराने की राजमाता व ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां का निधन हो गया था। आज यानी गुरुवार को ग्वालियर में माधवी पंचतत्व में विलीन हो गई।  बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मां माधवी राजे को मुखाग्नि दी। इससे पहले मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक कर्मकांड संपन्न कराए गए।जहां सिंधिया राजघराने के साथ राजनीतिक जगत की तमाम हस्तियां मौजूद रहीं। वहीं नेपाल, कश्मीर और गायकवाड़ राजघराने के साथ ही कई बड़ी हस्तियां श्रद्धांजलि देने पहुंची हैं।

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सीएम मोहन यादव ने राजमाता को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, हमारे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता जी का दुखद निधन हुआ है। मैं अपनी और मध्यप्रदेश सरकार की ओर से शोक संवेदना व्यक्त करता हूं। परमपिता परमेश्वर से कामना करता हूं कि महाकाल बाबा उनको मोक्ष प्रदान करें।

ग्वालियर राजघराने की राजमाता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह निधन हो गया। वह 70 वर्ष की थीं। माधवी राजे लंबे समय से बीमार चल रही थी। 15 फरवरी को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था और तब से ही उनकी तबियत खराब चल रही थी।

दिल्ली के एम्स से जुड़े सूत्रों ने कहा कि माधवी राजे ने सुबह 9:28 बजे अंतिम सांस ली। पिछले कुछ दिन से वह वेंटिलेटर पर थीं और जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही थीं। उन्हें 15 फरवरी को एम्स में भर्ती किया गया था। उन्हें सेप्सिस के साथ निमोनिया भी हो गया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना-शिवपुरी संसदीय सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं, जहां सात मई को मतदान हुआ था। चुनाव प्रचार के दौरान भी सिंधिया का लगातार दिल्ली दौरा होता रहा था।

भाजपा के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया मूल रूप से नेपाल की रहने वाली थीं। उनका नेपाल के राजघराने से संबंध था। उनके दादा जुद्ध शमशेर बहादुर नेपाल के प्रधानमंत्री थे। साल 1966 में उनका माधवराव सिंधिया के साथ उनका विवाह हुआ था।

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