अगर आपके रिश्ते में प्यार कम होने लगा है, तो एक नजर दोनों के व्यवहार पर डालें। खुद से सवाल करें कि आप अपने रिश्ते को खुशहाल बनाए रखने के लिए कितनी कोशिश कर रहे हैं। अपने रिश्ते को तू तू-मैं मैं से बचाने के लिए आपको हर रोज कोशिश करनी होगी। साथ ही यह भी देखना होगा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि एक पार्टनर पूरी ईमानदारी से रिश्ता निभा रहा है और दूसरा उसका फायदा उठा रहा है। अगर ऐसा है, तो सावधान हो जाएं, आपका रिश्ता खतरे में है। क्योंकि एक पार्टनर की कोशिशों से रिश्ता नहीं निभ सकता, इसके लिए दोनों को बराबर कोशिश करनी पडती है। साइकोलॉजिस्ट और हेल्थ काउंसलर नम्रता जैन के मुताबिक, दो पार्टनर जब साथ चलने का फैसला करते हैं, तो उन्हें अपने रिश्ते को मजबूत और खुशहाल बनाए रखने के लिए तीन बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए।
सहयोग से बनाएं रिश्ते की उम्र
आपसी सहयोग के बिना कोई भी रिश्ता बहुत लंबा नहीं चल सकता। शादी के बाद कई कपल्स, खासकर महिलाएं पार्टनर की उन आदतों को बदलना चाहती हैं, जो उन्हें पसंद नहीं आती। इस बात को लेकर दोनों में अक्सर तकरार होती रहती है और रिश्ते में खटास बन जाती है। वहीं पुरुष यह मानकर चलते हैं कि घर के काम पत्नी की जिम्मेदारी है इसलिए उन्हें इन कामों से कोई लेना-देना नहीं। वर्किंग वुमन के लिए दोहरी जिम्मेदारी मुश्किल हो जाती है। वे पति से उम्मीद करती हैं कि वह घर के कामों में उनका हाथ बंटाए, लेकिन जब ऐसा नहीं होता, उनके मन में पार्टनर के प्रति कड़वाहट बढऩे लगती है। पार्टनर में कमियां ढूंढने के बजाय अगर एक दूसरे का सहयोग किया जाए, रिश्ते में प्यार बढ़ेगा और मिठास की कोई कमी नहीं रहेगी।
सामंजस्य की समझ
अपने प्यार की खातिर रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखना सबसे बड़ी कला है। छोटे-छोटे एडजस्टमेंट्स पार्टनर को ये एहसास दिलाते हैं कि आपको उनकी चिंता है और आप हमेशा उनका ख्याल रखती हैं। जैसे – आपको फिल्म देखने का मूड है, लेकिन पति शाम को आपके साथ समय बिताना चाहते हैं। ऐसे में फिल्म की प्लानिंग टालकर पति को टाइम देने में कोई बुराई नहीं है। आपका ऐसा करना उन्हें अच्छा लगेगा। हां, इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि बार-बार कोई एक ही एडजस्ट न करे और दूसरा उसका लाभ न उठाये। दोनों अपनी जिम्मेदारी समझते हुए रिश्ता निभाएं।
फैसला सोच कर लें
रिश्ते में समझौता तभी किया जाता है, जब यह भरोसा हो कि पार्टनर को इसकी कद्र है। बच्चे के जन्म के बाद अगर पत्नी अपना करिअर छोड़ देती है, तो पति को इस बात का एहसास होना चाहिए कि उसने यह फैसला इसलिए किया ताकि बच्चे की सही परवरिश हो और पति बेफिक्र होकर अपने करिअर पर फोकस करे। जॉब छोडऩे के बाद अगर पति उसे एहसास दिलाए कि अब उसका कोई अस्तित्व नहीं, तो इससे रिश्ते में दूरियां बड सकती हैं। रिश्ते में कब, कितना समझौता करें, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप दोनों का प्यार कितना गहरा है। प्यार की खातिर बड़े से बड़ा समझौता छोटा लगता है। इसलिए, अपने रिश्ते में प्यार को कभी कम न होने दें।