धार्मिक नगरी फिर शर्मसार..कालभैरव मंदिर की पार्किंग में मुंबई के श्रद्धालुओं को बदमाशों ने पीटा

महिलाएं बचाने की मिन्नतें मांगती रही फिर भी पुलिसकर्मी नहीं आए

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किसी का सिर फटा तो किसी कान में चोंट आई, एक बालक तो बिना कपड़ों के अस्पताल पहुंचा

अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:शहर में देश विदेश के श्रद्धालु आस्था और देवदर्शन के लिये प्रतिदिन बड़ी संख्या में आ रहे हैं और यहां हालात यह हैं कि मंदिरों के बाहर फूल, प्रसाद, टीके लगाने वाले और पार्किंग संचालित करने वाले कुछ गुण्डे बदमाश श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता, गाली गलौज, चोरी और मारपीट की वारदातों को अंजाम देकर धार्मिक शहर को बदनाम कर रहे हैं। सुबह मुंबई से आये एक परिवार के साथ कालभैरव पार्किंग में गुण्डों ने इस कदर मारपीट की कि एक का सिर फटा तो दूसरे के पैरों में गंभीर चोंटे आई। बदमाशों ने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं छोड़ा उनके कपड़े फाड़ डाले। हालात यह बन गये कि महिलाओं ने चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मी से बचाने की मिन्नतें की लेकिन उसने भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। गुंडों ने मैजिक चालक को भी धमकाया।

घायल मुंबई कोर्ट में सरकारी वकील

रिषीकेश ने बताया कि वह स्वयं वकील है जबकि गंभीर घायल उनके भाई अमरदीप मुंबई कोर्ट में सरकारी वकील हैं। रिषीकेश की पत्नी अनुपमा और भाभी सेजल भी वकील हैं। बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। रिषीकेश ने बताया कि बदमाशों ने बेटे के कपड़े फाड़ दिये इस कारण उसे बिना कपड़ों के घायल हालत में अस्पताल लेकर आना पड़ा है।

पार्किंग वाला बोला था गाड़ी खड़ी की है तो प्रसाद भी हमसे खरीदना पड़ेगा

29 मार्च की रात मैं रिषीकेश भट्टाचार्य अपने भाई अमरदीप पिता रमेश 43 वर्ष निवासी मुंबई से पत्नी अनुपमा, भाभी सेजल, बच्चे जीन, युवराज, नेत्र, इशिता बैनर्जी के साथ उज्जैन दर्शन करने आये थे। सुबह होटल से कालभैरव मंदिर दर्शन के लिये मैजिक वाहन लिया और मंदिर पहुंचे। ड्रायवर ने उसका वाहन पार्किंग में लगाया और हम लोग दर्शनों के लिये चले गये। वहां से लौटे और पार्किंग में खड़े मैजिक वाहन में बैठे तो कुछ लोग वहां आ गये।

उन्होंने कहा कि पार्किंग में वाहन खड़ा किया है तो प्रसाद खरीदना पड़ेगा। हमने कहा कि हमने दूसरी जगह से प्रसाद खरीद लिया है अब नहीं खरीदना तो वह मैजिक ड्रायवर के साथ गाली गलौज करने लगे। हमने विवाद कर रहे लड़कों को गाली गलौज करने से रोका तो करीब दो दर्जन से अधिक लड़के इकट्ठे हो गये जिनके हाथ में लोहे की रॉड, डंडे, पाइप थे और सभी ने अचानक से मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में अमरदीप का सिर फट गया, मुझे पैरों में डंडे मारे, बच्चों के कपड़े फाड़े, महिलाओं के कपड़े फाड़कर बुरी नीयत से छुआ और ड्रायवर को जान से मारने की धमकी दी।

हम लोग भीड़ में मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन कोई बचाने नहीं आया। मंदिर के पास चौकी पर एक एएसआई ड्यूटी कर रहा था। उसके पास सेजल गईं हाथ जोड़े, पैर पड़े तो वह चौकी से उठकर पार्किंग तक आया और उसने ड्रायवर से कहा पार्किंग से बाहर गाड़ी निकालो। उसी मैजिक वाहन से ड्रायवर सभी घायलों को पहले भैरवगढ़ थाने लेकर गया। वहां से एक होमगार्ड सैनिक हमें जिला अस्पताल लेकर आया है। जैसा कि घायल एडवोकेट ऋषीकेश भट्टाचार्य ने बताया

होमगार्ड जवान के भरोसे भेज दिया थाने से

मुंबई के एडवोकेट परिवार के साथ जानलेवा हमला करते हुए गुण्डों ने इस कदर मारपीट की। महिलाओं व बच्चों के कपड़े फाडऩे की घटना को चौकी तो ठीक भैरवगढ़ थाने के अफसरों ने भी गंभीरता से नहीं लिया। यही कारण रहा कि थाने से एक होमगार्ड सैनिक को घायलों के साथ जिला अस्पताल भेज दिया। यहां भी घायलों की जान खतरे में थी क्योंकि जिन गुण्डों ने पार्किंग में मारपीट की थी वहीं गुण्डे जिला अस्पताल भी पहुंच चुके थे। वह ड्रायवर को धमका रहे थे तो घायलों पर भी नजर रखे हुए थे।

मैजिक चालक ने बताया- मेरी जान को खतरा, गुंडे अस्पताल आ चुके हैं

मैजिक चालक कमल कुमार किराये का वाहन लेकर चलाता है। कमल ने बताया कि मैंने सुबह उक्त लोगों को चौबीसखंबा माता मंदिर के पास से अपने वाहन में कालभैरव दर्शन कराने के लिये बैठाया था। रोजाना की तरह पार्किंग में अपना वाहन खड़ा किया। यात्रियों ने वहां से प्रसाद नहीं खरीदा था। वह लोग भगवान को शराब का भोग लगवाना चाहते थे। जब वह दर्शन कर लौटे और वाहन में बैठे तो पार्किंग संचालक राजू प्रसाद खरीदने का दबाव बना रहा था।

श्रद्धालुओं ने प्रसाद लेने से मना किया तो राजू बोला पार्किंग के 200 रुपये देना पड़ेंगे। कमल ने उसे 100 रुपये देने की बात कर समझाने की कोशिश की तब तक दो दर्जन से अधिक बदमाश वहां एकत्रित हेो गये और कमल को बचाने के लिये बातचीत कर रहे परिवार पर हमला बोल दिया। मारपीट में घायलों को लेकर जब मैजिक चालक कमल जिला अस्पताल पहुंचा तो गुण्डे जिला अस्पताल आ गये और उसे बयान देने पर धमकी देने लगे। कमल ने बताया कि मेरी जान को खतरा है क्योंकि मैं तो रोजाना ही सवारी लेकर कालभैरव व अन्य मंदिरों में जाता हूं, उक्त गुण्डे बाद में मेरे साथ फिर से मारपीट करेंगे।

एसपी बोले फोर्स भेजता हूं

कालभैरव पार्किंग में मारपीट की घटना की जानकारी देते हुए जब एसपी प्रदीप शर्मा से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में अभी पुलिस फोर्स पहुंचा रहा हूं। किसी भी घायल या उनके परिजन के साथ अभद्रता या गुण्डागर्दी नहीं होगी।

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