गुजरात के विधायक टटोलने आएंगे उज्जैन जिले की सातों विधानसभा की नब्ज
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन भाजपा ने मध्यप्रदेश की सभी 230 सीटों पर पार्टी संगठन की तैयारियां और उम्मीदवारों, दावेदारों की मजबूती जांचने के लिए अपने उत्तरप्रदेश, गुजरात, बिहार, महाराष्ट्र, के विधायकों की ड्यूटी लगाई गई है। यह सभी विधायक भोपाल में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उन्हें आवंटित विधानसभा पर जाकर रिपोर्ट तैयार करेंगे। उज्जैन की सात विधानसभा सीटों की जवाबदारी गुजरात के विधायकों को दी गई है। यह लोग स्थानीय संगठन के साथ मिलकर 21 से 27 अगस्त तक विधानसभा क्षेत्र नब्ज टटोलेंगे।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 230 विधायकों की लिस्ट तैयार कर ली है। भाजपा के रणनीतिकारों का दावा हैं कि जिन्हें पार्टी यह जिम्मेदारी दी हैं वे विधायक अपने क्षेत्र में चुनावी जीत की रणनीति में माहिर माने जाते हैं। हर एक विधायक को मप्र की एक सीट का जिम्मा दिया गया है। यह विधायक हर विधानसभा सीट से दावेदारों का पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट सौपेंगे।
मप्र में चुनाव की पूरी रणनीति गृहमंत्री अमित शाह की देखरेख में ही बन रही है। उसी के मुताबिक काम हो रहा है। दूसरे राज्यों के विधायकों से इस तरह वर्किंग कराना भी उसी का हिस्सा है। ये विशेषज्ञ विधायक हर विधानसभा में पहुंचकर हार-जीत की संभावना को खंगालकर पार्टी को बताएंगे कि उसे क्या करना है और क्या नहीं। इनकी रिपोर्ट के आधार पर न केवल टिकट तय होगा, बल्कि यह भी तय होगा कि उस विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कैसे लडऩा है। पार्टी ने फिलहाल विधायकों की इस वर्किंग को गोपनीय रखा है। इसमें यह भी जिक्र है कि कौन किस विधानसभा क्षेत्र में डेरा डालेगा।
इन्हें मिली है जिम्मेदारी
उज्जैन की सातों विधानसभा के लिए भाजपा द्वारा गुजरात के विधायकों को जिम्मेदारी दी गई। इसमें नागदा- खाचरोद के लिए कन्हैयालाल किशोरी, महिदपुर अर्जुनसिंह चौहान, तराना कल्पेश भाई परमार,घट्टिया फतेहसिंह चौहान, उज्जैन उत्तर पायल कुकरानी, उज्जैन दक्षिण दर्शना वाघेला और बडऩगर योगेंद्र सिंह परमार।
भोपाल में ट्रेनिंग 21 को क्षेत्र में जाएंगे
चार राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र के चुनिंदा विधायकों को भोपाल में विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान बता दिया जाएगा कि काम कैसे करना है। 21 अगस्त को सभी अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय हो जाएंगे।
मौजूदा विधायकों की जमीनी हकीकत जांचना
प्रदेश में 230 में से 127 विधायक भाजपा के हैं। क्षेत्र में इन विधायकों की मौजूदा स्थिति क्या है? विधायकों के खिलाफ एंटी इंकम्बेंसी कितनी है? इसे कैसे दूर किया जा सकता है? वे यहां विधायकों के फीडबैक के लेने के साथ ही अन्य दावेदारों से भी संवाद करेंगे। इसके अलावा पार्टी के पदाधिकारियों जैसे जिला अध्यक्ष, विधानसभा क्षेत्र मे आने वाले मंडलों के अध्यक्षों से मौजूदा विधायक का फीडबैक भी लेंगे।