अव्यवस्था : नामांतरण व संपत्तिकर जमा करने वाले होते रहे परेशान
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन नगर निगम की ओर से शहरवासियों के लिए आयोजित समाधान आपके द्वार योजना में आयोजित लोक अदालत का शहरवासियों को खास फायदा नहीं मिल पाया। निगम के पोर्टल में पुराने डेटा अपडेट नहीं होने से लोगा संपत्तिकर जमा नहीं करा पाए, वहीं नामांतरण के प्रक्रिया भी नहीं हो पाई।निगम ने शनिवार को लोक अदालत की तर्ज पर समाधान आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन सभी जोनों पर रखा गया था।
यहां संपत्तिकर, जलकर सहित अन्य राशि जमा करने पर अधिभार में छूट देने की बात भी कही गई थी। जब लोग जोन कार्यालय पहुंचे तो निगम के पोर्टल के कारण निराश होकर लौटे। दरअसल पोर्टल में पुराना रेकॉर्ड ही अपडेट नहीं है। ऐेसे में जिनके सालों से भुगतान बकाया है, उनकी राशि का निर्धारण नहीं हो पाया। उन्हीं लोगों को मदद मिल पाई, जिनके पास पुराने बिल थे। लक्ष्मीनगर से आए अभिषेक जैन ने बताया कि पोर्टल पर उनके मकान के संपत्तिकर का पुराना रेकॉर्ड नहीं मिल पाने से राशि जमा नहीं करवा पाए।
संपत्तिकर में 25 लाख की रुपए की 264 रसीदें कटी
निगम के समाधान आपके द्वार में पोर्टल खराबी के बाद पुरानी रसीदों के आधार पर लोगों ने 25.39 लाख रुपए का संपत्तिकर की राशि जमा करवाई। इसके लिए सभी 6 जोनों में 264 रसीदें काटी गई। वहीं जलकर की 75 रसीद काटने पर 10.24 लाख रुपए जमा हुए हैं।
9 मार्च तक अपडेट होगा पोर्टल
समाधान आपके द्वार कार्यक्रम को लेकर राजस्व समिति प्रभारी रजत मेहता व उपायुक्त आरती खेडेकर ने विभिन्न जोन का निरीक्षण किया। उन्होंने लोगों की समस्या जानी और उनका निराकरण भी किया। उपायुक्त खेडेकर ने बताया कि पोर्टल में जो समस्या आ रही है उसका नो मार्च तक निराकरण कर लिया जाएगा। 9 मार्च को ही दूसरी लोक अदालत होगी, उसमें सभी राशि जमा कर सकेंगे। राजस्व समिति प्रभारी रजत मेहता ने बताया 9 मार्च तक पोर्टल ठीक होने के बाद पुरानी बकाया राशि भी ली जा सकेगी।