लंबे अरसे के बाद शहर में दहाड़ीं साध्वी ऋतुंभरा

सामाजिक न्याय परिसर में विहिप का शक्ति संगम
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40 से ज्यादा साधु-संत रहेे संगम के मंच पर…
मालव प्रांत की 23800 मातृ शक्ति आई हैं
चार विशिष्ट महिलाओं का किया गया सम्मान
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। सामाजिक न्याय परिसर तैयार हुआ विहिप के शक्ति संगम के लिए। सौ से ज्यादा कार्यकर्ता जुटे रहे तैयारियों में। पूरा इलाका भगवामय हो गया।
हिंदुओं के रक्त में उबाल लाने वाली, सोई हुई जवानी को अपने दमदार उद्गार से जगाने वाली और देश के दुश्मनों के खिलाफ शेरनी की तरह दहाड़ने वाली साध्वी ऋतुंभरा के वही तेवर बरकार रहे। दोपहर एक बजे उनका शौर्य और पराक्रम में निबद्ध उदबोधन हुआ। देश की महिलाओं को उन्होंने जगाया। बताया कि महिला शक्ति क्या होती है।
विहिप द्वारा शक्ति संगम आयोजित किया गया। मंत्री विनोद शर्मा के अनुसार मंच पर चालीस के ज्यादा साधु-संत मौजूद थे। इनमें से सिर्फ दीदी मां साध्वी ऋतुंभरा का ही डेढ़ घंटे का उद्बोधन हुआ। लोग उन्हें सुनना चाहते थे। दीदी मां ने भारत की शक्ति को विश्व में सर्वश्रेष्ठ निरूपित किया।
शक्ति संगम में चार विशिष्ट महिलाओं का दीदी मां के हाथों सम्मान किया गया इनमें सफाई कर्मचारी सरिता गौसर, उद्योग क्षेत्र से नीलम कालरा, चिकित्सा क्षेत्र से डॉ. सतिंदर कौर सलूजा और शिक्षा क्षेत्र से अरुणा सारस्वत शामिल थीं। इसके पहले मातृ शक्ति महाकाल लोक में एकत्रित हुईं। अन्नक्षेत्र से शोभायात्रा निकाली गई जो नीलकंठ द्वार से गुदरी, गोपाल मंदिर, कंठाल चौराहा और कोयला फाटक होती हुई सामाजिक न्याय परिसर पहुंची।